आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद और लश्कर ए तैयबा कश्मीर में बड़े हमले की तैयारी में है. ये दोनों संगठन कश्मीर में विस्फोटक भरे गाड़ी से हमला कर सकते हैं. घाटी में सुरक्षा एजेंसी को इन दोनों आंतकी संगठन के मोबाइल कॉल्स इंटरसेप्ट करने के बाद ये जानकारी मिली है.
15 जनवरी को न्यूज़ 18 ने आपको जानकारी दी थी कि कश्मीर में सुरक्षा एजेंसियों ने फिदायीन हमलों को लेकर कई अलर्ट जारी किए हैं. इसके बाद से यहां अब तक तीन बड़े फिदायीन हमले हुए हैं. इसमें से दो हमले कश्मीर में हुए हैं जबकि एक हमला जम्मू में हुआ है. इन हमलों में अब तक छह सुरक्षाकर्मी शहीद हुए हैं जबकि 10 आतंकवादी भी मारे गए हैं.
सुरक्षा एजेंसियों से मिली जानकारी के मुताबिक जैश ए मोहम्मद और लश्कर ए तैयबा के आतंकवादी विस्फोटक से लदे कार और ट्रक से हमला करने की तैयारी में है. जैश ए मोहम्मद साल 2001 में इस तरह के फिदायीन हमले पहले भी कर चुका है जब इसके तीन आतंकियों ने जम्मू कश्मीर के विधानसभा पर हमला कर दिया था. इस हमले के दौरान विस्फोटक से भरे टाटा सूमो का इस्तेमाल किया गया था. इस हमले में 40 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी साथ ही तीन आतंकवादी भी मारे गए थे.
एक सीनियर अधिकारी ने कहा, “हमें जानकारी मिली है कि जैश ए मोहम्मद और लश्कर ए तैयबा दोनों बड़े हमले के लिए एक साथ काम कर रहे हैं. किसी हाईप्रोफाइल जगह जैसे किसी बड़े अधिकारी का घर, विधानसभा, आर्मी कैम्प या फिर किसी होटल पर ये विस्फोटक से भरे ट्रक या गाड़ी के साथ हमला कर सकते हैं.”
सोमवार को फिदायीन हमले के बारे में इस अधिकारी ने कहा कि लश्कर ए तैयबा के हमले के बारे में उनके पास पहले से कुछ जानकारियां थी. उन्होंने कहा, ”हमें दो दिन पहले पता लगा था कि लश्कर ए तैयबा के आतंकी फिदायीन हमले के लिए आए हैं.”
5 फरवरी को जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर के महाराजा हरिसिंह अस्पताल में कुछ हमलावरों ने फायरिंग की और लश्कर ए तैयबा के कुख्यात कमांडर नावेद जट्ट उर्फ अबू हंजला को छुड़ाकर ले गए. इस फायरिंग में 2 पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे. इस घटना के बाद से जम्मू-कश्मीर में हालात गंभीर हो गए हैं. पाकिस्तान में मुल्तान के रहने वाले नावेद जट्ट को घाटी में देखा गया. सुरक्षाकर्मियों के मुताबिक नावेद जट्ट को शोपियां और कुलगाम में देखा गया. कहा जा रहा है कि नावेद जट्ट फिदायीन हमले को अंजाम दे सकता है.
नावेद जट्ट घाटी में आतंकवादी समूह को एक बार फिर से खड़ा करने में लग गया है. सूत्रों का कहना है कि जैश ए मोहम्मद के चार से छह विदेशी आतंकवादी पिछले साल दिसंबर के आखिरी हफ्ते में घाटी में घुसपैठ की है. (news18)