हरिद्वार: कांवड़ मेला आतंकियों के निशाने पर बताया जा रहा है। मेले में लाखों श्रद्धालु भगवान भोलेशंकर का जलाभिषेक करने आते हैं। इसलिए कांवड़ मेले के दौरान भीड़भाड़ वाले इलाके आतंकियों के निशाने पर हैं। एक अंग्रेजी अखबार में छपी खबर के अनुसार आतंकवादी फ्रांस की तरह यहां भी ट्रक से कुचलने की घटना भीड़भाड़ वाले इलाके में दोहरा सकते हैं। इसके मद्देनजर पुलिस प्रशासन सतर्क हो गया है।
विदित रहे कि आतंकियों ने फ्रांस, ब्रिटेन और अमेरिका हमलों के लिए नयेकृनये तरीकि अपनाये हैं। जिससे भारी जानमाल का नुकसान हुआ है। ऐसे हमलों से बचने के लिए पुलिस प्रशासन को खुफिया रिपोर्ट के अलावा भी चैकसी बरतने की जरूरत है। इसके लिए पुलिसकर्मियों को कांवड़ियों के बीच सादी वर्दी या उनके ही भेष में रहने की तैयारी की गई है।सूत्रों की मानें तो इससे निपटने के लिए पुलिस-प्रशासन ने तैयारियां पूर्ण कर ली हैं। अब कांवड़ यात्रा शुरू होने जा रही है। इस दौरान देशभर से श्रद्धालु हरिद्वार पहुंचते हैं, जिसके चलते कोई अप्रिय घटना नहीं हो, इसके लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। सुरक्षा के लिहाज से एटीएस ने हरिद्वार में डेरा डाल लिया है, जबकि क्विक रिस्पांस टीम को भी हरकी पैड़ी के पास ही मेला नियंत्रण कक्ष परिसर में तैनात किया है। कांवड़ियों के भेष में पुलिसकर्मी जगह-जगह तैनात रहेंगे, वहीं सादी वर्दी में हरकी पैड़ी से लेकर कांवड़ पटरी तक भ्रमण करते रहेंगे। डीआइजी पुष्पक ज्योति के अनुसार हर स्थिति से निपटने को लेकर तैयारियां पूर्ण हैं। खुफिया विभाग हर गतिविधि पर नजर बनाए है। कांवड़ मेले को लेकर सुरक्षा कड़ी रहेगी। ड्रोन से हर गतिविधि पर नजर रखी जाएगी। उधर, उत्तराखंड के पुलिस मुख्यालय ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर इस बात का खंडन किया है कि आतंकी हमले के संबंध में किसी प्रकार की खुफिया सूचना मिली है। पीएचक्यू का कहना है कि सोशल साईट्स पर भ्रामक खबर प्रसारित की जा रही है।