लखनऊः प्रदेश के गन्ना एवं चीनी मंत्री श्री सुरेश राणा के निर्देश के क्रम में गन्ना आपूर्ति, गन्ना मूल्य भुगतान आदि समस्याओं का फील्ड स्तर पर अनुश्रवण करने के उद््देश्य से आयुक्त, गन्ना एवं चीनी, उ.प्र. श्री संजय आर. भूसरेड्डी द्वारा मुख्यालय के अधिकारियों को नोडल अधिकारी नामित करते हुए गन्ना उत्पादक परिक्षेत्र आवंटित किये गये हैं। नोडल अधिकारियों को निर्देश दिये गये हैं कि, आवंटित परिक्षेत्र के जनपदों का भ्रमण करके गन्ना आपूर्ति एवं गन्ना मूल्य भुगतान आदि के सम्बन्ध में आ रही समस्याओं का तत्काल निस्तारण कराया जाय।
यह भी निर्देश दिये गये हैं कि, पर्ची निष्कासन एवं वितरण में किसी भी प्रकार की अनियमितताएं बरतने की शिकायत यदि प्राप्त होती है, तो उसे गम्भीरता से लेते हुए कड़ी कार्यवाही कराना सुनिश्चित करेंगे। मेरठ परिक्षेत्र हेतु नामित नोडल अधिकारी, डा.वी.बी.सिंह, संयुक्त गन्ना आयुक्त, मुख्यालय द्वारा दिनांक 19 एवं 20.04.2018 को मेरठ मण्डल के जनपदों का भ्रमण किया गया। जनपद मेरठ की गन्ना समिति, मवाना का औचक निरीक्षण करते समय समिति में उपस्थित किसानों द्वारा शिकायत की गयी कि, कतिपय प्रभावशाली कृृषकों द्वारा समिति कर्मचारियों से मिलीभगत करके नियम विरूद्ध पर्चियां प्राप्त कर अपने समस्त गन्ने की आपूर्ति करा दी गयी है, जबकि सीधे-साधे किसानों की नियमानुसार जो पर्चियां जारी हो जानी चाहिए थी, वह अभी तक उन्हें नहीं मिली हैं, जिसके कारण उन्हें गन्ना आपूर्ति करने में कठिनाई आ रही है। किसानों द्वारा यह भी संज्ञानित कराया गया कि प्रभावशाली किसानों द्वारा समिति कर्मचारियों से मिलीभगत करके कर्जा न होते हुए भी कर्जा दर्शा कर कर्जे की पर्चियां प्राप्त करके गन्ना आपूर्ति किया गया है।
सहकारी गन्ना समिति, मवाना में पर्ची निष्कासन एवं वितरण में अनियमितता बरते जाने की उक्त शिकायत को गम्भीरता से लेते हुए आयुक्त, गन्ना एवं चीनी, श्री संजय आर. भूसरेड्डी द्वारा प्रकरण की जांच हेतु जिला गन्ना अधिकारी, गाजियाबाद की अध्यक्षता में जांच दल गठित करते हुए जांच रिपोर्ट तीन सप्ताह के अन्दर प्रस्तुत करने के निर्देश दिये गये हैं।