मुज़फ्फरनगर: जिलाधिकारी जी0एस0 प्रियदर्शी ने कहा कि अधिकारी किसानोें की समस्याओं को गम्भीरता से ले और संवेदनशील होकर समय सीमा के अन्तर्गत शिकायतों का निस्तारण करे। उन्होने किसानों को उन्नतशील बीज एवं कृषि रसायन आदि की जानकारी भी उपलब्ध कराये जाने के निर्देश दिये। उन्होने कहा कि कृषि विभाग का दायित्व है कि फसल की बुआई के पहले ही कृषकों के मृदा परीक्षण कराया जाये और उन्हें कार्ड भी उपलब्ध कराया जाये जिससे उन्हें यह जानकारी मिल सकें कि उनके खेत को कितने उर्वरक की आवश्यकता है। उन्होने कहा कि कृषि वैज्ञानिक पद्धति पर की जाये जिससे अधिक उपज ली जा सकें।
जिलाधिकारी जी0एस0 प्रियदर्शी आज यहां जिला पंचायत सभागार में किसान दिवस के अवसर पर किसानों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होने कहा कि गन्ना सोसायटी एवं एआर केा आपरेटिव कृषि विभाग से समन्यवय स्थापित कर मृदा परीक्षण मशीन क्रय कर ले जिससे किसानों की मृदा का गुणवत्ता पूर्ण परीक्षण हो सके। यदि परीक्षण में कहीं गडबडी पायी जाये तो सम्बघित कर्मचारी के विरूद्व कार्यवाही की जायेगी।
उन्होने कहा मशीनों के क्रय कर लेने से और मृदा परीक्षण होने से किसानो को यह जानकारी मिल सकेगी कि उन्हे उनकी फसल के लिए कितना उर्वरक एवं पेस्टीसाईडस डाले जाने की आवयश्यकता है।
उन्होने कहा कि गन्ना क्रय केन्द्र संचालित है ओर 291 क्रय केन्द्रों पर गन्ना विभाग द्वारा निरीक्षण भी किया गया है। जहां घटतौली की शिकायत मिली सम्बन्धित तौल लिपिक के विरूद्व कार्यवाही अमल में लाई गई।
उन्होने कहा कि यदि कही गन्ना तौल में गडबडी है तो उसकी शिकायत करें। टीम भेजकर जांच कराई जोयगीै और सम्बन्धित कर्मचारी के विरूद्व दंडात्मक कार्यवाही की जायेगी। उन्होने कहा कि बिजली लाईन से होने वाली फसल हानि एवं पशु हानि के प्रकरणों में शीध्र कार्यवाही कराते हुए सम्बन्धित को मुआवजा रााशि का भुगतान कराया जा रहा है। अभी तक 60 लाख रूपये का मुआवजा फसल एवं पशु हानि होने पर उनके स्वामियों केा दिया गया है।
उन्होने सडक दुर्घटना आदि में होने वाली जन हानि के लिए भी कृषकों को लेखपाल से सम्पर्क कर बीमित होने के लिए कहा। उन्होने कहा कि किसान दुर्घटना बीमा योजना के अन्तर्गत भी किसानोां को लाभान्वित किया जा रहा है।
उन्होने कहा कि जनपद में एक ओल्ड ऐज होम संचालित है। उन्होने कहा कि शुक्रताल क्षेत्र में एक अन्य एक ओल्ड ऐज होम का प्रस्ताव शासन को भेजा जा चुका है। उन्होने बताया कि इसके लिए एक कृषक द्वारा मुफ्त में जमीन उपलब्ध कराये जाने का प्रस्ताव भी दिया है।
जिलाधिकारी ने किसान दिवस में किसानों की समस्यायें सुनते हुए कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि जिले में खाद, बीज व कीटनाशक दवाईयों के विक्रेताओं की दुकानों व गोदामों का औचक निरीक्षण करें।
उन्होने डीसीओ को किसानों को बकाया गन्ना भुगतान तेजी के कराये जाने के निर्देश दिये। उन्होनें निर्देश दिये कि कृषि विभाग किसानों के हित के लिए सक्रिय होकर कार्य करे। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि किसानों से सम्बन्धित चल रही योजनाओं का प्रचार प्रसार कराया जाये तथा किसानों को योजनाओ का लाभ दिलाया जाये।
उन्होने कहा कि किसानो की राजस्व विभाग की समस्या को त्वरित रूप से निस्तारित कराया जाये। उन्होने किसानो को आश्वस्त किया कि किसानों की समस्यायें सर्वोच्च प्राथमिकता पर निस्तारित करायेगे।
जिलाधिकारी ने किसानों की समस्याओं को सुनकर उनके यथाोचित निस्तारण के निर्देश सम्बन्धित अधिकारियों को दिये। उन्होने सभी समस्याओं पर प्रभावी एवं समुचित कार्यवाही करने के निर्देश सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों को दिये।
कृषि वैज्ञानिकों ने वैज्ञानिका पद्वति के आधार पर खेती करने मृदा परीक्षण कराने एवं उर्वरकों की आवश्यकता अनुसार उपयोग करने पर बल दिया। उन्होने सोलर पम्प योजना के बारे में किसानों को विस्तृत रूप से जानकारी देते हुए योजना का लाभ उठानें के बारे में अवगत कराया।
उन्होने कहा कि स्प्रिकलर सैट सब्सिडी पर उपलब्ध कराये जाने की योजना जनपद के तीन ब्लॉको में चल रही है इसमें बघरा, चरथावल के किसान योजना का लाभ प्राप्त कर सकतें है। उन्होने कहा कि लघु एवं सीमांत कृषकों को 90 प्रतिशत की छूट उपलब्ध करायी जा रही है और इस प्रकार अन्य कृषकों को 80 प्रतिशत छूट का लाभ दिया जा रहा है।
इस अवसर पर एलडीएम, अधीशासी अभियंता विद्युत, जिला गन्ना अधिकारी, एआर को-ऑपरेटिव सहित किसान नेता एवं बडी संख्या में किसान व अन्य सभी सम्बन्धित अधिकारी मौजूद थे।
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