मुम्बई: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने विपक्ष से सवाल करते हुए कहा है कर्ज माफ होने के बाद किसान आत्महत्या नहीं करेेंगे। ऐसी जिम्मेदारी लेने के लिए क्या विपक्ष तैयार है। साथ ही विपक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा है कि वह किसानों के नाम पर राजनीति कर रही है। गौरतलब है कि महाराष्ट्र विधानमंडल में विधान भवन व विधान परिषद में सत्र चल रहा है। सरकार की सहयोगी शिवसेना व विपक्ष किसानों की कर्जमाफी को लेकर सदन नहीं चलने दे रहा है। इस पर विपक्ष पर ही आक्रामक होते हुए मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने कहा है कि वह किसानों के नाम पर राजनीति कर रही है। कर्जमाफ होने के बाद किसान आत्महत्या ेेंगे, इसकी क्या गारंटी है।
मुख्यमंत्री ने विपक्षी दलों पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह बैंक घोटालों को छुपाने का प्रयास कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि पांच वर्ष में कर्जमाफ होने के बाद भी 16 हजार किसानों ने आत्महत्या की है। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर कर्जमाफी के बाद किसान आत्महत्या नहीं करेंगे, इसकी क्या गारंटी है। किसान आत्महत्या नहीं करेंगे, इसकी गारंटी क्या विपक्षी दल देंगे। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि हमें किसानों को कर्जमुक्त बनाना है। कर्जमाफी के लिए हम केंद्र सरकार से चर्चा करेंगे। इसके लिए एक शिष्टमंडल केंद्र सरकार से चर्चा करने के लिए जाने वाला है। विरोधियों को किसानों से कुछ लेना-देना नहीं है, वे केवल राजनीति कर रहे हैं। किसानों ने एक लाख 14 रुपये करोड़ कर्ज लिया है और समय सीमा बीत जाने के बाद अब यह 31 लाख 57 हजार करोड रुपए हो गया है। कर्जमाफी के लिए 30 हजार 500 करोड़ रुपये की व्यवस्था करनी पडेगी। यदि पूरी राशि का प्रयोग कर्जमाफी के लिए किया गया तो विकास काम ठप पड़ जाएगा।