देहरादून: प्रदेश के कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने प्रदेश में किसानों की आय को दो गुना करने पर चर्चा हेतु देहरादून स्थित किसान भवन सभागार में कृषि, उद्यान व रेशम विभाग, जड़ी-बूटी शोध संस्थान, मण्डी परिषद के अधिकारियों एवं किसानों के साथ बैठक की।
बैठक में कृषि मंत्री ने कहा कि प्रदेश के किसानों की आय बढ़ाना प्रदेश सरकार का मुख्य लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए प्रदेश सरकार इन्टीग्रेटिड कृषि की संकल्पना को साकार रूप देना चाहती है। इसके लिए कृषि कार्यों से जुड़े सभी विभागों के अधिकारियों को आपसी समन्वय बनाकर कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि किसानों की आय तभी बढ़ेगी जब कार्य धरातल पर दिखाई देंगे। कार्य धरातल पर दिखाई दें इस हेतु कृषि एवं उद्यान विभाग तथा जड़ी-बूटी, रेशम व चाय विभाग के मर्जन हेतु कमेटी गठित की जाय।
चर्चा के दौरान अधिकारियों ने कहा कि किसानों की आय वृद्धि पर चर्चा के लिए कृषि व उद्यान विभाग के साथ ही कृषि से जुड़े अन्य विभाग जैसे पशुपालन,मत्स्य, डेरी, दुग्ध विकास, जलागम, सिंचाई, सहकारिता, आईएलएसडी, नाबार्ड, बैंक, फसल बीमा कम्पनियों के अधिकारियों के साथ भी चर्चा होनी जरूरी है। इस पर श्री उनियाल ने 15 दिन के भीतर इन अधिकारियों के साथ बैठक करने के निर्देश दिये।
इस सम्बन्ध में अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि कृषकों की आय वृद्धि के सन्दर्भ में सुझाव और कार्य योजना आगामी में बैठक में प्रस्तुत करें।
कृषकों को अच्छी गुणवत्ता के बीज उपलब्ध कराने के उदेश्य श्री उनियान ने उद्यान विभाग और कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे टीडीसी से ही बीज खरीदने को प्राथमिकता दें।
बैठक में सलाहकार कृषि मंत्री एन0एम0मलासी, अपर सचिव कृषि डाॅ0 आशीष कुमार श्रीवास्त, अपर सचिव उद्यान डाॅ0 मेहरवान सिंह, निदेशक उद्यान बी0एस0नेगी, निदेशक रेशम ए0के0यादव, निदेशक जड़ी-बूटी शोध संस्थान जगदीश कैम, एम0डी0 मण्डी परिषद धीराज गब्र्याल, संयुक्त सचिव उद्यान रमेश कुमार, शोध अधिकारी उद्यान महेन्द्रपाल, सघन शोध संस्थान से वैज्ञानिक प्रभारी नृपेन्द्र चैहान सहित अन्य अधिकारी व किसान मौजूद थे।