नई दिल्ली: कृषि के लिए रबी अभियान पर राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन 19 और 20 सितंबर, 2017 को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में किया गया। केन्द्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री श्री राधा मोहन सिंह ने इस सम्मेलन का उद्घाटन किया। इस अवसर पर कृषि और किसान कल्याण राज्य मंत्री श्री जी.एस. शेखावत और सुश्री कृष्णा राज उपस्थित थी।
अपने संबोधन में श्री राधा मोहन सिंह ने केन्द्रीय सरकार, राज्य सरकारों और किसानों की प्रशंसा करते हुए कहा कि इनके प्रयासों से देश में रिकॉर्ड 275 मिलियन टन अनाज का उत्पादन हुआ है। 32 मिलियन टन ऑयल सिड्स का उत्पादन अनुमानित है। मंत्री महोदय ने दालों के उत्पादन में वृद्धि का जिक्र करते हुए कहा कि 2013-14 में दालों का उत्पादन 19.25 मिलियन टन था जो 2016-17 में बढ़कर 22.95 मिलियन टन हो गया।
श्री सिंह ने कृषि क्षेत्र के लिए सरकार की प्रतिबद्धता का जिक्र करते हुए कहा कि यह बजट में कृषि के लिए 62.376 करोड़ रुपये के आवंटन से परिलक्षित होता है। प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना (पीएमकेएसवाई), प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (पीएमएफबीवाई), परिमार्गाट कृषि विकास योजना, मृदा स्वास्थ्य योजना, नीम कोटेड यूरिया और ई-राष्ट्रीय कृषि बाजार योजना जैसी सरकार की पहलों से 2022 तक किसानों की आय को दोगुना करने के लक्ष्य को हासिल करने में निश्चित रूप से मदद मिलेगी।
दो दिन की सम्मेलन के दौरान, 2022 तक किसानों की आय को दोगुना करने के समग्र लक्ष्य के अंतर्गत (1) मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना (2) गैर-ऋणी किसानों की बढ़ती कवरेज (3) ई-एनएएम (4) एकीकृत कीट प्रबंधन (आईपीएम) (5) सूखा प्रबंधन (6) देश में पोस्ट हार्वेस्ट मैनेजमेंट (पीएचएम) जैसे विषयों पर चर्चा की गई।
इसके अतिरिक्त, निम्नलिखित 9 प्रमुख योजनाओं पर संयुक्त सचिवों और वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा प्रस्तुतियां दी गईः-
(i) खरीफ समीक्षा और रबी संभावनाएं
(ii) बीजों गुणवत्ता नियंत्रण
(iii) ई-राष्ट्रीय कृषि विपणन (ई-एनएएम)
(iv) प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (पीएमएफबीवाई)
(v) मृदा स्वास्थ्य कार्ड (एसएचसी)
(vi) जैविक खेती
(vii) प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना (पीएमकेएसवाई)
(viii) बागवानी/कोल्ड चैन
(ix) राष्ट्रीय कृषि विकास योजना (आरकेवीवाई)