नई दिल्ली: केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री श्री मुख्तार अब्बास नकवी ने आज मदरसा शिक्षकों को मुख्यधारा की शिक्षा प्रणाली से जोड़ने के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम लांच किया। श्री नकवी ने कहा कि पहली बार प्रारंभ हो रहे ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रम से प्रधानमंत्री के संदेश, ‘एक हाथ में कुरान, दूसरे हाथ में कम्प्यूटर’ को प्रोत्साहन मिलेगा।
अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय ने जामिया मिलिया इस्लामिया के सहयोग से 40 मदरसा शिक्षकों के लिए आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया था। प्रशिक्षण समाप्ति पर प्रमाण पत्र भी वितरित किए गए। ये शिक्षक मुख्यधारा की शिक्षा जैसे विज्ञान, गणित, कम्प्यूटर, हिन्दी, अंग्रेजी आदि प्रदान करेंगे।
श्री नकवी ने कहा कि यह प्रसन्नता का विषय है कि इन शिक्षकों में 50 प्रतिशत महिलाएं हैं। कार्यक्रम का उद्देश्य प्रतिभागियों में शैक्षिक और सम्वाद कौशल को बेहतर बनाना है। उन्होंने कहा कि सरकार अल्पसंख्यक समुदायों के शैक्षणिक संस्थानों को मुख्यधारा की शिक्षा प्रणाली के साथ जोड़ने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य रही है।
अल्पसंख्यक मामलों का मंत्रालय 3ई-शिक्षा, रोजगार व सशक्तिकरण की प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रहा है। पिछले छ: महीनों में अल्पसंख्यक समुदायों के मदरसा समेत हजारों शिक्षण संस्थानों को 3टी-शिक्षक, अल्पाहार और शौचालय के तहत मुख्यधारा की शिक्षा प्रणाली के साथ जोड़ा गया है।
उत्तरी क्षेत्र में मदरसा शिक्षकों के लिए आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन 22-27 मार्च, 2018 को नई दिल्ली में हुआ। इसका आयोजन जामिया मिलिया इस्लामिया के सहयोग से मौलाना आजाद एजुकेशन फाउंडेशन ने किया। उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा जैसे राज्यों के 40 प्रतिभागियों ने इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में हिस्सा लिया।
मंत्री महोदय ने मौलाना आजाद एजुकेशन फाउंडेशन की 57वीं आमसभा तथा 100वीं प्रशासनिक सभा बैठकों की अध्यक्षता की।