नई दिल्ली: केन्द्रीय इंजीनियरिंग सेवा (सेवा) और केन्द्रीय विद्युत एवं मैकेनिकल इंजीनियरिंग सेवा के प्रशिक्षु अधिकारियों ने आज को राष्ट्रपति भवन में भारत के राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी से मुलाकात की।
इस अवसर पर बोलते हुए राष्ट्रपति ने प्रशिक्षु अधिकारियों का राष्ट्रपति भवन में स्वागत किया। उन्होंने अत्यंत कठिन प्रतियोगी परीक्षाओं में से एक इस परीक्षा को उत्तीर्ण करने और केन्द्रीय लोक निर्माण विभाग में शामिल होकर देश की सेवा करने के विकल्प को चुनने के लिए इस प्रशिक्षु अधिकारियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि देश के लोगों की समस्याएं, मुद्दे और चुनौतियों में प्रत्यक्ष रूप से सुधार लाने की इच्छा रखने वाले लोगों के लिए सरकारी नौकरी आज भी सबसे पुरस्कृत और संतोषजनक अनुभव है। कम उम्र में करियर विस्तार और ज़िम्मेदारियों का जितना अवसर सरकारी नौकरी में मिलता है, उतना किसी अन्य नौकरी में नहीं है। उन्होंने उम्मीद व्यक्त करते हुए कहा कि ये प्रशिक्षु अधिकारी न केवल स्वयं एवं विभाग की तरक्की के लिए बल्कि राष्ट्र निर्माण के लिए भी अहम योगदान देंगे।
राष्ट्रपति ने केन्द्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) द्वारा राष्ट्रपति भवन में किए गए अतुलनीय कार्य की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस विभाग ने विभिन्न परियोजनाओं को तय समय में प्रभावशाली एवं कुशल तरीके से पूरा किया है। उन्होंने कहा कि सीपीडब्ल्यूडी देश के सबसे पुराने विभागों में से एक है और सालों से देश के लोगों की सेवा कर रहा है। सीपीडब्ल्यूडी का अस्तित्व सड़क, पुल आदि विभिन्न रूपों में देश की लंबाई और चौड़ाई में दिखाई देता है। इस विभाग ने न सिर्फ विभिन्न स्थानों के बीच संपर्क स्थापित किया है, बल्कि विभिन्न भाषा, रीति-रिवाज़ आदि को मानने वाले समाज के विभिन्न वर्गों के बीच भी संपर्क बढ़ाने में मदद की है। राष्ट्र निर्माण के कार्य में सीपीडब्ल्यूडी सक्रिय रूप से भाग ले रहा है और विकास के सभी क्षेत्रों अहम योगदान दे रहा है।