नई दिल्ली: केन्द्रीय युवा मामले तथा खेल मंत्री श्री विजय गोयल ने दिल्ली में स्लम बस्तियों के बच्चों को फीफा अंडर-17 विश्व कप ट्रॉफी देखने के लिए अपने निवास स्थान पर अनूठा अवसर प्रदान किया। इस अवसर पर बच्चों को फुटबाल भी उपहार में दी गई।
श्री गोयल ने बताया कि श्री नरेन्द्र मोदी ने, ‘खेलोगे तो खिलोगे’ आदर्श वाक्य के साथ खेलों तथा खिलाडियों को हमेशा प्रोत्साहित किया है। इस मिशन से 11 मिलियन कार्यक्रम शुरू करने की प्रेरणा मिली है, जिसका उद्देश्य 15 हजार स्कूलों के माध्यम से पूरे देश में 11 मिलियन बच्चों तक फुटबाल पहुँचाना है। अभी तक प्रतियोगिताओं तथा लघु फुटबाल उत्सवों द्वारा देश के 12 हजार स्कूलों के माध्यम से 8 मिलियन बच्चों तक पहुंचा जा चुका है।
खेल मंत्री ने यह भी बताया कि फुटबाल को लोकप्रिय बनाने के लिए विभिन्न मुख्यमंत्रियों से अपने राज्यों में बड़े पैमाने पर फुटबाल वितरित करने का अनुरोध किया जाएगा। श्री गोयल ने यह भी बताया कि दिल्ली में स्कूलों के बच्चे भारत के मैचों को निशुल्क देख सकेंगे और अन्य स्थानों/शहरों के अधिकारियों से भी इस संबंध में चर्चा कर सकेंगे। खेल मंत्री ने बताया कि हाल ही में भारत का प्रदर्शन अच्छा रहा है और हर संभव तरीके से आगे भी खिलाडियों की मदद जारी रहेगी।
आगामी विश्वकप की तैयारियों का जायजा लेने के लिए श्री गोयल ने सभी स्थानों का दौरा किया। यह भारत द्वारा आयोजित किया जाने वाला पहला फीफा टूर्नामेंट होगा। श्री गोयल ने यह भी बताया कि भविष्य में भी भारत फीफा के अन्य
कार्यक्रमों की मेजबानी करने में गहरी रूचि लेगा। फीफा अंडर-17 विश्वकप 6 अक्टूबर से 28 अक्टूबर 2017 के बीच खेला जाएगा। इसका फाइनल 28 अक्टूबर 2017 को कोलकता के साल्टलेक स्टेडियम में खेला जाएगा।