नई दिल्ली: केन्द्रीय गृह मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने गृह मंत्रालय (एमएचए) के “ स्वच्छता ही सेवा” अभियान की शुरूआत आज यहां नई दिल्ली के तिगड़ी स्थित आईटीबीपी कैम्पस में किया। इस अवसर पर केन्द्रीय गृह मंत्री ने सेना कर्मियों को “स्वच्छता संकल्प” भी दिलाया।
इस अवसर पर बोलते हुए श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सरकार को यह पूर्ण विश्वास है कि वह अक्टूबर, 2019 तक प्रधान मंत्री के विजन खुले में शौच से मुक्त (ओडीएफ) को पूरा कर लेगा। उन्होंने कहा कि घर में शौचालय की उपलब्धता से महिलाओं में सुरक्षा और आत्म-सम्मान की भावना को बल मिलेगा।श्री सिंह ने कहा कि “ स्वच्छता ही सेवा” अभियान से हमारे बच्चों में पोषण और उत्पादन क्षमता बढ़ाने में भी मदद मिलेगी। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि सरकार 76 मंत्रालयों के माध्यम से 12 हजार करोड़ रुपये की कार्य योजना को लागू कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि कचरे से धन बनाने की प्रौद्योगिकी का उपयोग सरकार की प्राथमिकता सूची में है।
भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल (आईटीबीपी) के महानिदेशक श्री आर. के. मनचंदा ने गृह मंत्री और गृह मंत्रालय दोनों का “ स्वच्छता ही सेवा” अभियान की शुरूआत करने का अवसर देने के लिए आभार जताया तथा साथ ही उन्हें आश्वस्त किया कि हमारे कर्मी इस अभियान में अपनी पूर्ण क्षमता के साथ कार्य करेंगे।
माननीय गृह मंत्री के साथ आईटीबीपी के वरिष्ठ अधिकारियों एवं जवानों के साथ इस कैम्पस में स्वच्छता अभियान में भाग लिया। आईटीबीपी की महिला कर्मियों द्वारा स्वच्छता का प्रदर्शन किया गया। स्वच्छता पर आईटीबीपी कर्मियों द्वारा बनाया गया थीम गीत भी प्रस्तुत किया गया ।
आज से शुरू किया गया यह स्वच्छता अभियान 2 अक्टूबर, 2017 को गांधी जयंती के दिन समाप्त होगा। गृह मंत्रालय और सभी केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) के अधिकारी परिसर को और आसपास के इलाकों को भी इस दिन साफ करेंगे। गृह मंत्रालय जागरूकता पैदा करने और सामुदायिक गतिशीलता बनाये रखने के लिए नार्थ ब्लॉक के सभी कमरों और गलियारों, एनडीसीसी-2 भवन में भी सफाई अभियान चलायेगा।