लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व वाली केन्द्र सरकार की तरह राज्य सरकार भी ‘सबका साथ, सबका विकास’ के सिद्धान्त पर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने ‘संकल्प से सिद्धि’ मंत्र को अपनाते हुए वर्ष 2022 तक एक ऐसे भारत के निर्माण का संकल्प लिया है, जो सभी विषमताओं से मुक्त हो। यह नया भारत गरीबी, भ्रष्टाचार, आतंकवाद, सम्प्रदायवाद और जातिवाद से मुक्त होगा। वर्ष 2022 में जब देश स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ मना रहा होगा, तब तक सभी परिवारों को सारी आवश्यक बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध करा दी जाएंगी, जो जीवन-यापन के लिए आवश्यक हैं। राज्य सरकार इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए काम कर रही है।
मुख्यमंत्री जी ने यह विचार आज यहां होटल ताज विवांता में एच0टी0 मीडिया द्वारा आयोजित हिन्दुस्तान शिखर समागम में व्यक्त किये। समागम ‘तरक्की का नया नजरिया विजन 2022’ विषय पर केन्द्रित था। दैनिक हिन्दुस्तान के प्रधान सम्पादक श्री शशि शेखर से वार्ता के दौरान रोजगार के सम्बन्ध में पूछे गए प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा नई औद्योगिक निवेश एवं रोजगार प्रोत्साहन नीति-2017 लागू की जा चुकी है, जिसका उद्देश्य प्रदेश में उद्योग अनुकूल वातावरण प्रदान करते हुए निवेश आकर्षण एवं सभी वर्गों को समावेशी रोजगार के अवसर उपलब्ध कराना है। राज्य सरकार प्रदेश के युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए कटिबद्ध है।
योगी जी ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में बड़े पैमाने पर औद्योगिक निवेश के लिए भी काम कर रही है। इसके लिए अवस्थापना सुविधाओं को बेहतर किया जा रहा है, ताकि प्रदेश में उद्योगों को आकर्षित किया जा सके। उद्योगों की स्थापना से रोजगार के अनेक अवसर सृजित होंगे और प्रदेश के युवाओं को रोजगार उपलब्ध हो सकेगा। निवेशकों को आकर्षित करने के उद्देश्य से राज्य सरकार मार्च, 2018 में ग्लोबल इन्वेस्टर मीट का आयोजन करने जा रही है। निवेश आने से रोजगार के अवसर सृजित होंगे। कौशल विकास के तहत 06 लाख युवाओं को इनरोल किया गया है। रोजगारपरक प्रशिक्षण दिलाकर इन्हें रोजगार उपलब्ध कराने की दिशा में कार्रवाई की जा रही हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पर्यटन विकास के माध्यम से भी युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जा सकते हैं। राज्य सरकार अयोध्या सहित प्रदेश के महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों का विकास कर रही है, इससे रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे। पिछले महीने अयोध्या में 133 करोड़ रुपए की पर्यटन एवं अन्य विकास योजनाओं का शिलान्यास किया गया है। राज्य सरकार अयोध्या में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से रामायण की थीम पर भी काम कर रही है। अयोध्या की पहचान दीपावली से है। इसी क्रम में पिछले माह दीपावली के अवसर पर वहां दीपोत्सव का आयोजन किया गया था। दीपोत्सव जैसे आयोजन बड़ी संख्या में पर्यटकों को आकर्षित करने में सफल हो सकते हैं, जिससे पर्यटन को काफी प्रोत्साहन मिल सकता है। शीघ्र ही पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे और बुन्देलखण्ड में एक्सप्रेस-वे के निर्माण पर काम शुरू होगा। यह एक्सप्रेस-वे पर्यटन को बढ़ावा देने में प्रभावी होंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पर्यटन की असीमित सम्भावनाएं हैं।
कानून-व्यवस्था के सम्बन्ध में पूछे गए प्रश्न के उत्तर में योगी जी ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश की कानून-व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त बनाने के लिए कटिबद्ध है। अपराधियों के प्रति सरकार सख्त रवैया अपना रही है। वर्तमान सरकार के कार्यकाल में अपराधियों के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियानों से यह सिद्ध भी हो रहा है। आज अपराधियों ने या तो प्रदेश छोड़ दिया है या वे अपनी जमानत कैंसिल करवाकर वापस जेल चले गए, क्योंकि अब उन्हें कानून का डर है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पिछली सरकारों ने अपराधियों को संरक्षण दिया और अपने उद्देश्यों को पूरा किया। वर्तमान सरकार अपराधियों के माध्यम से अपना कोई भी उद्देश्य पूरा नहीं करती है। अपराधियों की जगह जेल में है, उन्हें वहीं भेजा जाएगा। हमारा मकसद प्रदेश में कानून का राज स्थापित करना है और लोगों को सुरक्षा प्रदान करना, ताकि प्रदेश में सुरक्षित वातावरण हो और सभी प्रगति के रास्ते पर आगे बढ़ें।
एक प्रश्न के उत्तर में योगी जी ने कहा कि राज्य सरकार महिलाओं की सुरक्षा के प्रति अत्यन्त संवेदनशील है और पूरे प्रदेश में ऐसा माहौल बनाना चाहती है, जिसमें महिलाएं सुरक्षित महसूस करें। उन्होंने कहा कि महिलाओं से राह चलते अभद्रता करने वाले तत्वों से सख्ती से निपटा जाएगा। घरेलू हिंसा रोकने की दिशा में भी राज्य सरकार काम कर रही है। महिला हेल्पलाइन के तहत ‘रेस्क्यू वैन’ तैनात की गईं हैं, ताकि सूचना मिलने पर महिलाओं की तत्काल मदद की जा सके। इसके अलावा मामलों की त्वरित सुनवाई के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट भी स्थापित किए जा रहे हैं, ताकि महिलाओं को तत्काल न्याय मिल सके।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में सौहार्दपूर्ण वातावरण स्थापित करके ‘सबका साथ, सबका विकास’ की अवधारणा पर चलते हुए राज्य को विकास के पथ पर आगे ले जाना चाहती है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश को देश का अग्रणी और खुशहाल राज्य बनाने के लिए सभी वर्गों का संतुलित विकास आवश्यक है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री को आयोजकों की ओर से एक स्मृति चिन्ह भी भेंट किया गया। कार्यक्रम के दौरान राज्य सरकार के मंत्रिगण श्री आशुतोष टण्डन, श्रीमती स्वाती सिंह, वरिष्ठ अधिकारी, मीडिया प्रतिनिधि सहित गणमान्य नागरिक मौजूद थे।