नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने आज यहां वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में विकास परियोजनाओं की ताजा स्थिति और सुरक्षा से जुड़े मसलों की समीक्षा की। बैठक के दौरान गृह मंत्री ने कहा कि सुरक्षा, विकास, स्थानीय समुदाय के अधिकारों को सुनिश्चित करने के लिए कई स्तरों पर रणनीति तैयार की जानी चाहिए।
श्री राजनाथ सिंह ने वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा ऑपरेशन के दौरान ‘समाधान रणनीति’ अपनाने पर जोर दिया। 8 मई, 2017 को हुई एक बैठक में समाधान नाम के विचार का सूत्रपात हुआ। एस यानी स्मार्ट लीडरशिप; ए यानी आक्रामक रणनीति; एम यानी प्रेरणा और प्रशिक्षण; ए यानी खुफिया क्रियाशीलता; डी यानी डैशबोर्ड आधारित महत्वपूर्ण परिणाम क्षेत्र और महत्वपूर्ण प्रदर्शन संकेतक; एच यानी प्रौद्योगिकी का दोहन; ए यानी हर क्षेत्र के लिए कार्य योजना; एन यानी वित्त तक कोई पहुंच नहीं।
बैठक में सड़कों के लिए योजना हवाई संपर्क, ऊर्जा, शिक्षा, स्वास्थ्य और बैंकिंग क्षेत्र सहित कई विकास परियोजनाओं की समीक्षा की गई। वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में 4,433 किलोमीटर सड़कों का निर्माण किया जा चुका है जिनमें से 1504 किलोमीटर सड़कें पिछले तीन वर्षों में दूरदराज के क्षेत्रों में बनाई गई हैं। गृह मंत्री ने निर्माणाधीन सड़कों के कार्य को तेजी से पूरा करने को कहा है। श्री राजनाथ सिंह ने राज्यों द्वार विस्तृत योजना रिपोर्ट में देरी के लिए निराशा व्यक्त की। हवाई संपर्क के लिए जल्द ही क्षेत्रीय संपर्क योजना के तहत जगदलपुर हवाई अड्डा शुरू हो जाएगा। वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों के 717 गांवों का जल्द ही विद्युतीकरण कर दिया जाएगा। बैठक के दौरान बताया गया कि रिक्त पदों को भरने में तेजी आई है। गृह मंत्री ने इन क्षेत्रों में चल रही परियोजना को समयबद्ध तरीके से पूरा करने को कहा है।
बैठक में गृह राज्य मंत्री श्री हंसराज गंगाराम अहीर और गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।