लखनऊः टाटा के कैपिटल फस्र्ट लोन कंपनी का एक नया कारनामा सामने आया है जिसमें उसने लक्ष्मीकांत सिंह के नाम से एक एयरकंडीशन खरीदने के नाम पर एक फर्जी लोन कर दिया जिसकी भनक लक्ष्मीकांत को तब हुई जब बैंक में ईएमआई जमा न होने पर संबंधित लोन कंपनी के फोन आने शुरू हो गए और उनको ईएमआई न देने पर धमकी दी जाने लगी।
दरअस्ल 22 मार्च 2017 को जब उपभोक्ता लक्ष्मीकांत सिंह सडाना इलेक्ट्रानिक से एक एसी खरीदने गये। दुकान में ही मौजूद कैपिटल फस्र्ट के लोगों ने उन्हें लोन से एसी दिलाने का भरोसा दिलाते हुए उनसे कुछ जरूरी कागजात ले लिए और कुछ जगह सिर्फ इन्क्वायरी के नाम पर हस्ताक्षर भी ले लिए। इसके बाद जब लक्ष्मीकांत जी को लोन में ब्याज दर ज्यादा लगी तो उन्होंने साफ मना कर दिया और फिर एक हायर का एसी लिया जिसका नकद भुगतान किया। लेकिन कुछ समय बाद उनपर कैपिटल फस्र्ट कंपनी से पैनासाॅनिक एसी पर एक लोन दिखाते हुए उन्हें ईएमआई जमा करने की हिदायत दी जाती है। उपभोक्ता लक्ष्मीकांत को यह सुनकर बहुत हैरानी हुई कि जब उन्होंने पैनासाॅनिक का कोई भी एसी लिया ही नहीं तो लोन किस बात का। इस बात की शिकायत लक्ष्मीकांत ने कंपनी के आला अधिकारियों से भी की इसके बावजूद भी उन्हें लोन अदा करने की धमकियां लगातार कंपनी से मिलती रहीं। परेशान होकर लक्ष्मीकांत जी ने इसकी शिकायत गुडंबा थाने में 3 जून 2017 को की।