कोरोना जांच के प्रति दिनोंदिन क्षेत्रीय लोगों में जागरूकता आने लगी है। वह अब स्वयं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बनाए गए कोविड सेंटर पर पहुंचकर जांच कराने में अपनी सक्रिय भूमिका निभाने लगे हैं।
कोरोना संक्रमण की गति धीमी होने के बाद भी लोग कोरोना संक्रमण की जांच कराने में अब पहले से अधिक सक्रिय होते दिखाई दे रहे हैं। सुबह होते ही 8 बजे वह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बनाए गए कोरोना जांच के लिए सेंटर पर पहुंचकर कतार बद्ध हो जाते हैं और अपना एंटीजन रेपिट जांच कराने के लिए उत्सुक दिखाई दे रहे हैं। इतना ही नहीं 18 से 47 वर्ष के लोगों को टीकाकरण प्रारंभ होते ही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र स्थित टीकाकरण केंद्र पर प्रतिदिन 100 से 125 के बीच टीकाकरण किया जा रहा है। 45 से 60 तक के महिला व पुरुषों के टीकाकरण कराने की गति अब पहले से काफी कम हो गई है, जिसके चलते पूरे दिन में 15 से 20 टीके वैक्सीन के ही लगाए जाते हैं।
चार ओटी व एक लैब टेक्नीशियन की नियुक्ति
जागरण संवाददाता, पीलीभीत: मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय की ओर से आउटसोर्सिंग के माध्यम से पांच टेक्नीशियन को नियुक्ति दी गई है। इसमें चार ओटी टेक्नीशियन व एक लैब टेक्नीशियन है। सीएमओ के आदेश पर शासन की ओर से अधिकृत एजेंसी ए टू जेड ने पांचों टेक्नीशियन का चयन कर भेजा है। सीएमओ ने अभिलेखों का निरीक्षण करने के बाद कार्यभार ग्रहण करने उपस्थित हुए पांचों टेक्नीशियन को सीएचसी पर तैनाती दे दी है। सीएमओ की ओर से एजेंसी को सात ओटी व सात लैब टेक्नीशियन का चयन कर भेजने के निर्देश दिए गए थे।
कोरोना संक्रमण काल की दूसरी लहर में स्टाफ की कमी से जूझ स्वास्थ्य विभाग तीसरी लहर के लिए तैयारियां कर रहा है। सीएमओ की ओर से एजेंसी को ओटी टेक्नीशियन, लैब टेक्नीशियन, स्टाफ नर्स, वेंटिलेटर आपरेटर आदि का चयन कर नियुक्ति के लिए भेजने के निर्देश दिए गए हैं। सोमवार को एजेंसी से चयन के बाद कार्यभार ग्रहण करने कार्यालय पहुंचे टेक्नीशियन को सीएचसी जहानाबाद व सीएचसी न्यूरिया पर नियुक्ति दी गई है। ओटी टेक्नीशियन को तीसरी लहर के मद्देनजर बाइपैप, हाई फ्लो नेजल कैनुला व वेंटिलेटर संचालित करने का प्रशिक्षण देने पर विचार किया जा रहा है। ओटी टेक्नीशियन की जल्द ही जिला अस्पताल के एसएनसीयू व एलटू कोविड अस्पताल में ड्यूटी लगाकर प्रशिक्षण दिलाया जाएगा।