नई दिल्ली: कोयला क्षेत्र के कर्मियों के 10वें वेतन समझौते को इस वर्ष के 10वें महीने के 10वें दिन आयोजित 10वीं बैठक में अंतिम रूप दिया गया। कर्मचारियों का वेतन समझौता 1 जुलाई 2016 से अपेक्षित था। वेतन समझौते के लिए बातचीत एक वर्ष से भी अधिक समय से जारी थी जो आज संपन्न हुई। श्रमिक संगठन के प्रतिनिधि वेतन में 50 प्रतिशत की वृद्धि पर जोर दे रहे थे। उनकी मांग थी कि कर्मचारियों के लिए वेतन वृद्धि 50 प्रतिशत होनी चाहिए। हालांकि, देश के हालात, सीआईएल को हुए मुनाफे और उसकी वित्तीय स्थिति को ध्यान में रखते हुए वेतन में 20 प्रतिशत की वृद्धि करने पर सहमति हुई है, जो एक नया रिकॉर्ड है।
इस समझौते की विशेष उपलब्धि यह है कि नियम के अनुसार प्रत्येक कर्मचारी को हर हफ्ते एक दिन का आराम मिलेगा। इससे कर्मचारी आराम कर सकेंगे और उन्हें अपने परिवार के साथ समय बिताने का ज्यादा मौका मिलेगा जिससे कार्य एवं जीवन में संतुलन के जरिए वे बेहतर ढंग से जीवनयापन सुनिश्चित कर सकेंगे।
यह भी निर्णय लिया गया है कि 16 अक्टूबर से 15 नवंबर, 2017 तक कल्याण, सुरक्षा और उत्पादकता अभियान चलाया जाएगा।
समझौते को समग्र रूप से लागू करने के लिए बकाया राशि का भुगतान तीन चरणों में किया जाएगा- 40 प्रतिशत, 30 प्रतिशत और 30 प्रतिशत। कर्मचारियों के हित को ध्यान में रखते हुए दीपावली से पहले उन्हें 40,000 रुपये का भुगतान एकमुश्त अग्रिम के रूप में किया जाएगा। सीआईएल और उसके कर्मचारी पहली बार पेंशन फंड में 7 प्रतिशत का योगदान करेंगे, जो सेवानिवृत्त कर्मचारियों को पेंशन सुविधा का लाभ उठाने में मदद करेगा।
आज के वेतन समझौते का स्वागत ट्रेड यूनियन के प्रतिनिधियों और प्रबंधन ने एक ऐतिहासिक समझौते के रूप में किया है।
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