सुबह-सुबह आप में से कईयों ने जब अपना फोन चेक किया होगा तो व्हाट्सअप से लेकर फेसबुक तक हर जगह एक संदेश दिख रहा होगा कि आपका मोबाइल नंबर 13 डिजिट का होने वाला है। पहले तो ये लगा कि जो नए नंबर लिये जाएंगे वो 13 डिजिट के होंगे, पर बाद में ये खबर भी आने लगी कि जो अभी आपका फोन नंबर है वो भी 13 डिजिट का हो जाएगा।
पहले ये संदेश पढ़िये..
https://twitter.com/latasrinivasan/status/966181555851931649
How far it will go? Could there be any other way forward then changing numbers?😎😎 From July 2018 Mobile number will be of 13 digit.All 10 digit existing mobile numbers will be changed to 13 digit, starting from October 2018 latest and to be completed by December 31st, 2018.
— Suryakant Pandey (@suryakantpandey) February 21, 2018
इसके बाद मन में उत्सुकता जागी। लगा कि मोबाइल नंबर को 13 डिजिट का कर देने से क्या हासिल होगा। कई लोग तो गिनाने लगे कि टेक्नॉलोजी के वजह से ये फायदे होंगे। कई कारण गिनाए जाने लगे। कई महानुभाव तो अपने वेरीफाइड सोशल मीडिया से भी इस खबर को सच मान कर पोस्ट करने में लग गए और अभी भी कर ही रहे हैं। कई न्यूज़ चैनल भी अबतक ये भ्रम फैला रहे हैं कि आपका नंबर 13 डिजिट का होने जा रहा है।
क्या है सच्चाई ?
सच्चाई ये है कि ये एक झूठ है। एक फेक न्यूज़ है ये। क्योंकि हम भारतीय फेक न्यूज़ को बहुत जल्दी मान लेते हैं, तो इस भी मानने लगे। लेकिन जब पता लगाया तो खुद बीएसनल के अधिकारियों ने इस खबर को बकवास करार दिया। बीएसएनएल ने कहा है कि मशीन टू मशीन कम्युनिकेशन(M2M) के लिए 13 डिजिट का प्रोटोकॉल लाने जा रही है। पर इसका मतलब ये नहीं है कि ये सामान्य उपभोकता के मोबाइल नंबरों के लिए भी लागू हो जाएगा। बीएसएनएल ने कहा है कि ग्राहकों को आशंकित होने की ज़रुरत नहीं है क्योंकि उनका नंबर जो है, वही रहेगा।
https://twitter.com/sanjaybafna/status/966026078954246144
क्या है मशीन टू मशीन कम्युनिकेशन ?
मशीन टू मशीन कम्युनिकेशन एक ऐसी टेक्नॉलोजी है जो बिना मानव निर्देश के संदेश को एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाती है। इस कम्युनिकेशन के लिए इंसानों के निर्देश की ज़रुरत नहीं होती है। इस तरह की टेक्नॉलोजी का इस्तेमाल ट्रैफिक कंट्रोल, सप्लाई मैनेजमेंट इत्यादि में होता है। बीएसएनएल इसी मशीन टू मशीन कम्युनिकेशन में उपयोग में लाए जाने वाले 10 डिजिट के नंबर को 13 डिजिट का करने जा रहा है।
कैसे फैल रही है अफवाह ?
आम-तौर पर हमलोग सच की जांच पड़ताल किये ही न्यूज़ को सच मान लेते हैं। क्योंकि बीएसएनएल ऐसा कदम उठा रहा है, इसलिए बिना जांचे ही हमने इस सच मान लिया। दिन होते होते ये खबर जंगल की आग के तरह फैल गई। पर, अगर आपने इस आर्टिकल को पढ़ लिया है तो उम्मीद है कि जिस तरह से आपने झूठ को फैलाया है, उसी तरह से सच जानकर आप इसे भी आगे बढ़ाएंगे।
सच्चाई ये है कि ये एक झूठ है। एक फेक न्यूज़ है ये। क्योंकि हम भारतीय फेक न्यूज़ को बहुत जल्दी मान लेते हैं, तो इस भी मानने लगे। लेकिन जब पता लगाया तो खुद बीएसनल के अधिकारियों ने इस खबर को बकवास करार दिया। बीएसएनएल ने कहा है कि मशीन टू मशीन कम्युनिकेशन(M2M) के लिए 13 डिजिट का प्रोटोकॉल लाने जा रही है। पर इसका मतलब ये नहीं है कि ये सामान्य उपभोकता के मोबाइल नंबरों के लिए भी लागू हो जाएगा। बीएसएनएल ने कहा है कि ग्राहकों को आशंकित होने की ज़रुरत नहीं है क्योंकि उनका नंबर जो है, वही रहेगा।
मशीन टू मशीन कम्युनिकेशन एक ऐसी टेक्नॉलोजी है जो बिना मानव निर्देश के संदेश को एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाती है। इस कम्युनिकेशन के लिए इंसानों के निर्देश की ज़रुरत नहीं होती है। इस तरह की टेक्नॉलोजी का इस्तेमाल ट्रैफिक कंट्रोल, सप्लाई मैनेजमेंट इत्यादि में होता है। बीएसएनएल इसी मशीन टू मशीन कम्युनिकेशन में उपयोग में लाए जाने वाले 10 डिजिट के नंबर को 13 डिजिट का करने जा रहा है। (समाचार नामा)