नई दिल्लीः खेलकूद, औषध एवं खेल विज्ञान पर प्रथम अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन साइकॉन 2017 का आज यहां युवा मामले एवं खेल राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कर्नल राज्यवर्धन राठौर ने उदघाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि भारत ने कई अंतर्राष्ट्रीय खेलों में पदक जीत कर महत्वपूर्ण प्रगति की है तथा इसके पीछे कोचों, शरीर विज्ञानियों, चिकित्सकों, वैज्ञानिकों एवं तकनीकी कर्मचारियों की एक विशेषज्ञ टीम का प्रत्येक एथलिट के साथ होना भारतीय खिलाडि़यों की सफलता की यात्रा में सहायक रहा है। कर्नल राठौर ने कहा कि खेलकूद विज्ञान तथा खेलकूद औषध निरंतर महत्वपूर्ण बनती जा रही है क्योंकि इनकी खिलाडि़यों के निष्पादन में सुधार तथा उनकी पुर्नवास और स्वास्थ्य लाभ में अहम भूमिका है। उन्होंने कहा कि खेलकूद औषध चिकित्सक तथा वैज्ञानिक एथलिटों के कार्य निष्पादन में विशेष योगदान देते हैं क्योंकि वह उनकी प्रतिभा तथा कौशल को निखारते हैं। उन्होंने बताया कि खेलकूद विज्ञान का योगदान उनके मंत्रालय द्वारा शुरू किए गए ‘खेलो भारत कार्यक्रम’ के अंतर्गत और भी महत्वपूर्ण होगा। उन्होंने कहा कि युवाओं को सशक्त बनाने की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की मंशा के अनुरूप ‘खेलो भारत कार्यक्रम’ को स्कूल तथा कॉलेज स्तर पर ही प्रतिभा को खोजने के लिए तैयार किया गया है।
उन्होंने कहा कि खेलो भारत के अंतर्गत 17 वर्ष से कम आयु वर्ग के खिलाडि़यों के लिए अगले वर्ष 31 जनवरी से 8 फरवरी तक राष्ट्रीय स्कूल खेलकूद आयोजित किए जाएंगे। यह स्कूल खेलकूद स्प्रिंग बोर्ड के रूप में काम करेगा। उन्होंने बताया कि पहली बार खेलकूद उद्घोषक राष्ट्रीय स्कूली खेलकूद का सीधा प्रसारण करेगा।
कर्नल राठौर ने बताया कि इस उत्सव में शीर्ष 1 हजार एथलिट 8 वर्ष के लिए 5 लाख रूपये की छात्रवृत्ति प्राप्त करने के पात्र होंगें। उन्होंने बताया कि यह मंत्रालय हर वर्ष 1 हजार और एथलिटों को शामिल करता रहेगा ताकि युवा प्रतिभाओं का एक पूल बनाया जा सके।