नई दिल्लीः आज संवाददाता सम्मेलन में युवा मामले तथा खेल मंत्री कर्नल राज्यवर्धन राठौर का प्रारम्भिक बयान इस प्रकार हैः
खेल और युवा के प्रति सरकार के संकल्प को मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद से मंत्रालय को किए गए बजट आबंटन से देखा जा सकता है।
नई खेलो भारत योजना के रुप में खेल विकास के लिए राष्ट्रीय कार्यक्रम को आबंटन में व्यापक प्रोत्साहन मिला है। 2016-17 के 158 करोड़ रुपये के आबंटन से 2018-19 में 575 करोड़ रुपये का आबंटन किया है। खेलो इण्डिया के 12 वर्टिकल के अतिरिक्त जम्मू और कश्मीर में खेल को विकसित करना हमारा विजन है जिसके लिए अलग से 50 करोड़ रुपये का आबंटन किया गया है। खेलो इण्डिया देश में खेलकूद की बुनियादी संरचना के विकास और उन्यन को बढ़ावा देगा।
पूर्वोत्तर राज्यः
- पूर्वोत्तर राज्यों के लिए बजट आबंटन 2012-13 में 104 करोड़ रुपये से बढ़कर 2013-14 में 109 करोड़ रुपये और 2017-18 में 148 करोड़ तथा 2018-19 में 173 करोड़ रुपये हो गया है। सरकार पूर्वोत्तर राज्यों पर विशेष बल देने के लिए संकल्पबद्ध है। इन राज्यों ने हमें अनेक चैम्पियन दिए है। हमें इस बात का गर्व है। खेलो इण्डिया के एक वर्टिकल का उद्देश्य आतंक प्रभावित क्षेत्रों में विशेष रूप से शांति और विकास के लिए खेल को प्रौत्साहन देना है। बजट में यह बात झलकती है।
- मणिपुर में राष्ट्रीय खेल विश्वविद्यालय ने पाठ्क्रम शुरू कर दिया है। विश्वविद्यालयको राष्ट्रीय दर्जा देने का विधेयक संसद में पेश किया गया है।
आधारभूत संरचना परबल
- खेलो इण्डिया का एक प्रमुख क्षेत्र आधारभूत संरचना विकास है।
- आधारभूत संरचना विकास के लिए राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशो/भारतीय खेल प्राधिकरण/विश्वविद्यालयको अनुदान सहायत दी जाएगी ताकि वे महत्त्वपूर्ण खेल संरचना तैयार कर सकें तथा अन्य आधारभूत अवसंरचनाओं की खाई को पाट सकें।
- खेल उत्कृष्टता केंद्र को समर्थन देने के लिए 50 करोड़ रुपये (प्रति विश्वविद्यालय अनुमानित लागत 25 करोड़ रुपये जो वास्तविक आवश्यकता आधार पर प्रति विश्वविद्यालय 50 करोड़ रूपये हो सकता है) की राशि निर्धारित की जाएगी।
- विश्वविद्यालय अनुदान के पूरक समर्थन से प्रति वर्ष चार ऐसे केंद्र स्थापित करने का प्रस्ताव है। ये केंद्र यूनिवर्सिटी के एथलिटों तथा राष्ट्रीय स्तर के एथलिटों के लिए उपयोगी होंगे।
दीर्घकालीन एथलिट विकास कार्यक्रम
- विभिन्न स्थानों और विभिन्न स्तरों पर चिन्हित प्रतिभावान खिलाडियों में से शीर्ष 1000 एथलिट खिलाड़ियों को प्रतिवर्ष चिन्हित किया जाएगा। प्रति वर्ष 5 लाख रुपये की दर से 8 वर्ष की अवधि के लिए दीर्घ कालीन एथलिट विकास कार्यक्रम के लिए वार्षिक वित्तीय सहायता प्रदान की जायेगी।
- अगले 8 वर्षों तक प्रति वर्ष 1 हजार एथलिट इस कार्यक्रम में शामिल किए जाएंगे।
कोचिंग विकास
- 2017-18 के लिए बजट अनुमान/संशोधित अनुमान 10 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 2018-19 के बजट अनुमान में 30 करोड़ रुपये कर दिया गया है। हमारा मानना है कि भारतीय खेलों के लिए विश्व स्तरीय कोच तैयार करने के लिए एक समग्र प्रणाली आवश्यक है।
- खेलो की आधारभूत संरचना के साथ-साथ सूक्ष्म कौशल खेलो इण्डिया का फोकस क्षेत्र है। उद्देश्य सामुदायिक कोच मॉडल को हासिल करना है। (यह पहले वर्णित कोचिंग व्यय से अलग है।)
- सामुदायिक कोच विकास का एक प्रपाती मॉडल देश में सामुदायिक कोचों के विकास के लिए अपनाया जाएगा। इसके अंतर्गत 2 हजार मान्यता प्राप्त पीईटी मास्टर प्रशिक्षार्थी के रूप में काम करेंगे और कम्युनिटी कोचों तथा टीमों को प्रशिक्षण देंगे। इसके लिए लक्ष्मीबाई नेशनल इन्सटिट्यूट फॉर फिजिकल एजुकेशन तथा भारतीय खेल प्राधिकरण के विभिन्न संस्थान नामित संस्थान होंगे।
जम्मू और कश्मीर
- मोदी सरकार ने जम्मू और कश्मीर में खेल तथा खेल संबंधी अवसंरचना विकास के लिए 200 करोड़ रुपयें की विशेष पैकेज की घोषणा की थी।
- युवा और खेल मंत्रालय ने राज्य में अनेक परियोजनाएं प्रारम्भ की है। इसमें दो स्टेडियम को उन्नत बनाना, खेल उपकरण तथा अवसंरचना तथा कोचों तथा प्रशिक्षकों का विकास शामिल है।
शीर्ष योजना
- इस योजना के अंतर्गत 220 एथलिट सितम्बर, 2017 से ‘आउट ऑफ पॉकेट एलाउएन्स’ के लिए पात्र घोषित किए गए। यह भत्ता प्रति एथलिट प्रति माह 50 हजार रुपये होगा और इन एथलिटों के अन्य पोकेट खर्च के लिए होगा।
- यह सहायता टीओपी योजना के अंतर्गत उन एथलिटों के प्रशिक्षण और स्पर्धा अवसरों के लिए स्वीकृत राशि के अतिरिक्त होगी।
- एनएसडीएफ ने 206 एथलिटों को अब तक आउट ऑफ पॉकेट अलाउएन्स के रुप में 4.62 करोड़ रुपये की कुल राशि जारी की है। आधार की अनुपलब्धता तथा नाडा मंजूरी नहीं होने के कारण 14 एथलिटों का भुगतान रोक कर रखा गया है।
शिकायत निवारण
- देश भर में एसएआई केंद्र युवा खेल प्रतिभाओं को प्रशिक्षित कर रहे है। हम एक शिकायत निवारण तथा शिकायत व्यवस्था पर काम कर रहे है जिसके अंतर्गत कोई भी प्रशिक्षार्थी एक नम्बर पर कॉल कर के और केंद्र में अधिक तेल वाले व्यंजन, कमजोर उपकरण से संबंधित शिकायत दर्ज कर सकते हैं। ऐसी सुविधाओं के दैनिक प्रबंधन के बारे में प्रशिक्षार्थी बेहतर रुप से जानते है और यह फीड बैक प्रणाली हमारे लिए महत्तवपूर्ण है।
- हम देश भर में एसआईए केंद्रों के औचक निरीक्षण व्यवस्था बनाने पर काम कर रहे हैं।
खेलो इण्डिया स्कूल गेम्स
- पहला खेलो इण्डिया स्कूल गेम्स 31 जनवरी से 08 फरवरी, 2018 तक हुआ।
- इसमें 29 राज्यों तथा 7 केंद्र शासित प्रदेशों के 3507 खिलाड़ियों ने भाग लिया।
- पदक तालिका-199 स्वर्ण+199 रजत+275 कांस्य पदक।
- बड़े दस्ते वाले राज्यः
- महाराष्ट्र- 331 खिलाड़ी
- हरियाणा- 388 खिलाड़ी
- दिल्ली- 359 खिलाड़ी
- केआईएसजी में सपोर्ट स्टाफः 875 कोच, 578 मैनेजर
- राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रमाणित 578 तकनीकी अधिकारियों द्वारा तकनीकी संचालन
- मेसर्स थोमस कुक इंटरनेशनल के माध्यम से विभिन्न होटलों में ठहरने की सुविधा प्रदान की गई।
- 868 स्वयंसेवियों ने भाग लिया।
- गेम्स के दौरान लगभग 650 चिकित्सा मामले आए।
- प्रतिभा पहचान प्रक्रिया के दौरान 550 प्रतिभाओं की पहचान की जाएगी।
- संपूर्ण चैम्पियनशिप परिणाम
ए. हरियाणाः 38 स्वर्ण, 26 रजत, 38 कांस्य, कुलः 102 पदक।
बी. 38 स्वर्ण, 38 रजत, 38 कांस्य, कुलः 111 मेडल।
सी. दिल्ली 38 स्वर्ण, 26 रजत, 38 कांस्य, कुलः 94 पदक।
प्रमुख उपलब्धियां
- तैराकी में कर्नाटक के श्री श्रीहरि नटराज ने 6 स्वर्ण तथा 1 रजत पदक जीता। केआईएसजी 2018 में कर्नाटक के श्री श्रीहरि नटराज ने सीनियर राष्ट्रीय 100 मीटर बैकस्ट्रोक रिकोर्ड तोड़ा। उनका पहले का समय 57.20 था और उन्होंने केआईएसजी में 56.90 दिया। वह एशियन एज ग्रुप तथा युवा ओलम्पिक खेलो के लिए क्वालीफाई कर गए।
- शूटिंग स्पर्धा में हरियाणा की श्रीमती मानू भाकर ने 387 स्कोर के साथ एयरर पिस्टल महिला क्वालिविकेशन राउंड का नया राष्ट्रीय रिकोर्ड स्थापित किया। मानू भाकर ने फाइनल में भी 241.1 स्कोर के साथ 2017 में केरल में दर्ज अपने ही राष्ट्रीय रिकोर्ड को तौड़ दिया। वह युवा ओलम्पिक खेल 2018 की कोटा विजेता हैं।
- एथलेटिक्स में शॉर्टपुट में 18.73 मीटर गोला फेंककर उत्तर प्रदेश के अभिषेक सिंह ने स्वर्ण पदक जीता उन्हें सर्वश्रेष्ठ एथलिट बॉय घोषित किया गया। 100 मीटर की बाधा दौड़ में केरल की अपर्णा रॉय ने स्वर्ण पदक प्राप्त किया। उन्होंने यह दौड़ 14.02 सैकेण्ड में पूरा किया और उन्हें सर्वश्रेष्ठ गर्ल्स एथलिट घोषित किया।