देहरादून: ओ.एन.जी.सी. स्थित ए.एन.एम. घोष आॅडिटोरियम में सुरलहरी संगीत संस्थान द्वारा आयोजित विराट ब्रह्मनाद् उत्सव-2018 का विधानसभा अध्यक्ष श्री प्रेमचंद अग्रवाल एवं मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारम्भ किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता विधानसभा अध्यक्ष ने की।
कार्यक्रम को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि शास्त्रीय संगीत ईश्वर प्राप्ति का मार्ग है। शास्त्रीय संगीत को भारतीय संगीत की आत्मा बताते हुए उन्होंने कहा कि संगीत का संबंध हमारे ह्दय व मस्तिष्क से है। आत्मिक शान्ति का यह साधन है। मीराबाई तानसेन ने संगीत के माध्यम से ईश्वर के दर्शन किये। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में शास्त्रीय संगीत को बढ़ावा देने के लिये भी प्रयास किये जायेंगे। अल्मोड़ा स्थित पं.उदय शंकर राष्ट्रीय नाट्य अकादमी को और अधिक सुविधायुक्त बनाया जायेगा। उन्होंने कहा कि जब संगीत सीखने के साधन होंगे तभी इसके साधक भी तैयार होंगे।
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष श्री प्रेमचंद अग्रवाल तथा मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र ने ख्याति प्राप्त शास्त्रीय संगीतज्ञ पंण्डित स्वपन चैधरी को शाॅल एवं स्मृति चिन्ह् भेंट कर सम्मानित भी किया। इसके साथ ही ख्याति प्राप्त सारंगी वादक श्री सुहैल युसुफ खां सहित विभिन्न संगीतज्ञों को भी सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में डी.आई.जी. श्री पुष्पक जयोति, सुरलहरी संगीत संस्थान के अध्यक्ष श्री उत्पल सामंत, संयोजक श्री जगदीश बाबला सहित के अलावा विभिन्न घरानों के शास्त्रीय संगीतज्ञ एवं संगीत प्रेमी उपस्थित थे।