केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी ने कहा है कि, नवाचार और अनुसंधान के माध्यम से गुणवत्ता को प्रभावित किए बिना सड़क निर्माण में स्टील तथा सीमेंट का उपयोग कम किया जाना चाहिए। “भारत में सड़क विकास” विषय पर आयोजित 16वें वार्षिक सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि, सड़क निर्माण में इस्तेमाल की जाने वाली मशीनरी और उपकरणों के लिए सीएनजी, एलएनजी तथा इथेनॉल का उपयोग किया जाना चाहिए। श्री गडकरी ने आयात पर कम निर्भरता, कम लागत वाले, प्रदूषण मुक्त और स्वदेशी तरीकों तथा वैकल्पिक ईंधन के विकास पर जोर दिया।
श्री गडकरी ने कहा कि, लगभग 63 लाख किलोमीटर सड़क नेटवर्क के साथ भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा सड़क नेटवर्क वाला देश है। उन्होंने कहा कि सड़क अवसंरचना अर्थव्यवस्था के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, क्योंकि 70 प्रतिशत माल और वस्तुएं तथा लगभग 90 प्रतिशत यात्री सड़कों का उपयोग आवागमन के लिए करते हैं। श्री गडकरी ने कहा कि, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अगले पांच वर्षों में भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने की परिकल्पना की है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि, सरकार राष्ट्रीय अवसंरचना पाइपलाइन के माध्यम से बुनियादी ढांचे के विकास में 1.4 ट्रिलियन डॉलर यानी 111 लाख करोड़ रुपये का निवेश कर रही है, इस वर्ष सरकार ने साल दर साल इंफ्रास्ट्रक्चर कैपेक्स को 34 प्रतिशत बढ़ाकर 5.54 लाख करोड़ रुपये कर दिया है। श्री गडकरी ने कहा कि, बुनियादी ढांचे में निवेश बढ़ने से कोविड महामारी के दौरान भी रोजगार के अवसर सृजित करने में मदद मिलेगी। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री ने कहा कि, उनका लक्ष्य 40 किलोमीटर प्रतिदिन की दर से 60,000 किलोमीटर विश्व स्तरीय राष्ट्रीय राजमार्ग का निर्माण करना है।
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