लखनऊ: भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान, लखनऊ ने विश्व बौद्धिक सम्पदा दिवस समारोहपूर्वक मनाया गया। इस अवसर पर संस्थान के निदेशक, डॉ. अश्वनी दत्त पाठक ने कहा कि भारत में अन्य देशों कि तुलना में बहुत ही कम पैटेंट कराये जाते हैं। उन्होने संस्थान के वैज्ञानिकों से बौद्धिक सम्पदा के अधिकारों के अंतर्गत अपनी उपलब्धियों को सुरक्षित रखने पर बल दिया। डॉ. पाठक ने संस्थान द्वारा अर्जित बौद्धिक सम्पदा के अधिकारों के व्यवसायिकरण पर ज़ोर देते हुए एक रूप रेखा तैयार करने पर बल दिया । डॉ. अश्वनी कुमार शर्मा, प्रधान वैज्ञानिक एवं प्रभारी, पी.एम.ई. प्रकोष्ठ ने इस दिवस की महत्ता बताते हुये कहा कि विश्व बौद्धिक सम्पदा दिवस नवोन्मेशी/नवरचना तथा सृजनात्मकता को प्रोत्साहन करने हेतु बौद्धिक सम्पदा के अधिकारों (पेटेंट, ट्रेडमार्क, इंडस्ट्रियल डिज़ाइन, कॉपीराइट, जियोग्राफिकल इंडिकेशन इत्यादि) की भूमिका के महत्व को रेखांकित करने के लिए मनाया जाता है। इस अवसर पर उन्होने संस्थान द्वारा उपलब्ध किए गए बौद्धिक सम्पदा के अधिकारों से जुड़े पहलुओं तथा उनको अर्जित करने में आने वाली बाधाओं पर चर्चा की तथा संस्थान के वैज्ञानिकों से उनकी राय ली ।
संस्थान के वैज्ञानिकों ने गन्ना शोध में किए गए अनुसन्धानों द्वारा अर्जित नवोन्मेशी तकनीकों जैसे कि गन्ना कटाई एवं बुवाई यंत्र व गन्ना ट्रेंचर के द्वारा गन्ना खेती में अभूतपूर्व सुधार हासिल किए जाने तथा श्रमिकों को होने वाली कठिनायियों को दूर करने में इसकी भूमिका पर विस्त्रत चर्चा की गयी। इस संबंध में यह निश्चित किया गया कि संस्थान द्वारा इस वर्ष विकसित किए गए दो यन्त्रों के इंडस्ट्रियल डिज़ाइन को बौद्धिक सम्पदा के अधिकारों के अंतर्गत सुरक्षित रखने हेतु पंजीकरण की प्रकिया शीघ्र प्रारम्भ की जाए। इस अवसर पर संस्थान के वैज्ञानिकों ने गन्ने की विकसित उन्नत प्रजातियों के पंजीकरण के संदर्भ में भी विस्त्रत चर्चा की तथा इस वर्ष गन्ने की एक नवविकसित प्रजाति का पंजीकरण करवाने की आवश्यकता व्यक्त की । दिन भर आयोजित अन्य कार्यक्रमों में डॉ. अश्वनी कुमार शर्मा, प्रधान वैज्ञानिक एवं प्रभारी, पी.एम.ई. ने केन्द्रीय बागवानी अनुसंधान संस्थान, रहमानखेड़ा, लखनऊ में “बौद्धिक सम्पदा के अंतर्गत विभिन्न हितधारकों के अधिकार” पर व्याख्यान दिया। संस्थान से तकनीकी अधिकारियों, ब्रह्म प्रकाश एवं अतुल कुमार सचान ने उत्तर प्रदेश विज्ञान एवं प्रोध्योगिकी परिषद, लखनऊ में इस संबंध में आयोजित एक अन्य कार्यक्रम में सहभागिता की ।