नई दिल्ली: केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस और उद्यमिता और कौशल विकास मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने आज लखनऊ में एलपीजी के 300 नए वितरकों को आशय पत्र बांटे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में हुए एक कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री ने बताया की सरकार का पूरा प्रयास किसानों की आय दोगुनी करने पर है। केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान लखनऊ में आयोजित आशय पत्र वितरण कार्यक्रम में शामिल हुए।
अपने संबोधन में धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि गन्ने का जो बचा हुआ ठूंठ होता है उससे पेट्रोल बनाने की एक बड़ी योजना पर सरकार काम कर रही है। साथ ही कहा कि सरकार 40 रुपये प्रति लीटर की दर से इथनाल खरीदेगी। इससे किसानों की आय दोगुनी करने का भी प्रयास होगा।
श्री प्रधान ने बताया कि देश में कचरे से पेट्रोल बनाने की योजना पर भी काम चल रहा है। एलपीजी से जुड़ी समस्याओं के निस्तारण के लिए देश भर में एक हजार एलपीजी पंचायतों का भी आयोजन किया जाएगा। यह बात केंद्रीय मंत्री ने कार्यक्रम में कही।
एलपीजी पर सब्सिडी कटौती पर बोलते हुए श्री प्रधान ने कहा कि सरकार का एलपीजी की सब्सिडी कटौती पर कोई प्रस्ताव नहीं है। जो लोग एलपीजी बिना सब्सिडी के खरीद सकते हैं अगर वो स्वतः सब्सिडी छोड़ देंगे तो गरीबों को एलपीजी मिलने में और भी आसानी होगी।
प्रधान ने कहा कि यूपी से 2016 में प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना की शुरुआत हुई थी। आज 13 महीनों में यूपी में 62 लाख घरों में इस योजना के तहत गैस कनेक्शन दिये जा चुके हैं। श्री प्रधान ने कहा कि पूरे देश में 21 करोड़ 85 लाख लोग रसोई गैस का इस्तेमाल कर रहे हैं।
श्री प्रधान ने ये भी बताया कि यूपी में 700 करोड़ की लागत से तीन बाटलिंग (bottling) प्लांट भी लगाए जा रहे हैं।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मौके पर बोलते हुए कहा कि एलपीजी सामाजिक परिवर्तन का बहुत बड़ा कारण बन सकता है। प्रधानमंत्री उज्जवजा योजना को योगी आदित्यनाथ ने अच्छे दिनों के आने का प्रमाण बताया।
इस मौके पर 300 नए एलपीजी वितरकों को आशय पत्र प्रदान किए गए। साथ ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले नोडल अधिकारियों को भी सम्मानित किया गया।