गुजरात व्यापारियों का राज्य हैं और यहां एक घर छोड़ दूसरा घर व्यापारियों का माना जाता है। चाहे एनआरआई हों या हीरा व्यापारी, गुजरात में धनी लोगों की कमी नहीं हैं। यहां तक कि गुजरात के बाहर भी तमाम उद्योगपति मुंबई और दिल्ली से लेकर और शहरों में अपनी धाक जमाए हुए हैं। तो फिर गुजरात चुनाव में धन की कमी तो होनी भी नहीं चाहिए और ऐसा ही कुछ नजर आ रहा है उम्मीदवारों की हैसियत से। दो संस्थानों ने गुजरात चुनाव के पहले चरण की 89 सीटों का विश्लेषण किया है जो काफी दिलचस्प है और इससे गुजरात के धनाढ्य वर्ग का पता चलता है।
सबसे अमीर उम्मीदवार कांग्रेस का
ये विश्लेषण एडीआर यानि एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक राईट्स और गुजरात इलेक्शन वॉच ने किया है। इसके मुताबिक पहले चरण में 977 उम्मीदवार हैं जिनमें से 923 उम्मीदवारों का ये विश्लेषण है जिसमें सबसे खास बात ये है कि सबसे अमीर उम्मीदवार इंद्राणिल राज्यगुरू हैं जो कांग्रेस से मैदान में हैं और राजकोट पश्चिम सीट पर बीजेपी उम्मीदवार मुख्यमंत्री विजय रूपाणी से मुकाबला लड़ रहे हैं। जाहिर है कि कांग्रेस ने सटीक चुनाव किया है। यदि सीएम को चुनौती देना हैं तो इंद्राणिल राज्यगुरू पीछे नहीं रहने वाले हैं। इनकी संपत्ति 141 करोड़ रुपए से ज्यादा है। आप अंदाजा लगा सकते हैं कि इंद्राणिल के पास धन की कमी नहीं है। दूसरे सबसे धनी उम्मीदवार बीजेपी से हैं जिनका नाम सौरभ पटेल है। उनकी संपत्ति 123 करोड़ से ज्यादा है। दिलचस्प ये है कि वे पूर्व वित्त मंत्री हैं।
भाजपा के पास 76 करोड़पति उम्मीदवार
तीसरे धनी उम्मीदवार धनजी भाई पटेल भी बीजेपी से हैं और नाम के अनुरूप ही उनकी कमाई है। वो भले ही तीसरे नंबर पर हैं लेकिन सालाना आय के मामले में सबसे आगे हैं। वो अब तक वार्षिक आय के रूप में करीब चार करोड़ कमा चुके हैं। कांग्रेस के एक उम्मीदवार भले ही गुजरात में सबसे धनी हैं पर कुल उम्मीदवारों के नजरिए से देखें तो बीजेपी कांग्रेस से काफी आगे हैं। उसके पास 76 करोड़पति उम्मीदवार हैं लेकिन कांग्रेस के केवल 60 ही करोड़पति हैं। करोड़पति उम्मीदवारों में मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी शामिल हैं और नौ करोड़ से ज्यादा संपत्ति के मालिक हैं।
AAP के पास 6 करोड़पति उम्मीदवार
दूसरे दलों के पास भी करोड़पतियों की कमी नहीं हैं भले ही जनाधार नहीं हो। एनसीपी के पास सात, आम आदमी पार्टी के पास 6 और बीएसपी के पास दो करोड़पति हैं। कहा जा सकता है कि ये पार्टी बीजेपी और कांग्रेस के लिहाज से ज्यादा पीछे नहीं हैं। कुल मिलाकर पहले चरण में 198 उम्मीदवार खुद को करोड़पति दर्शा रहे हैं जो कुल प्रत्याशियों का 21 फीसदी है। चुनाव लड़ने वालों की माली हालत के हिसाब से ये आंकड़ा बेहतरीन है। गुजरात में धनी व्यक्तियों की कमी नहीं है इसलिए 25 निर्दलीय करोड़पति उम्मीदवार भी अपना भाग्य आजमा रहे हैं क्योंकि उन्हें चुनाव हारने पर खास फर्क पड़ने वाला नहीं।
दो निर्दलीय उम्मीदवारों के पास एक भी पैसा नहीं
जितने दिलचस्प धनी उम्मीदवारों के हैं उससे ज्यादा दिलचस्प ये भी है कि दो निर्दलीय उम्मीदवारों के पास एक भी पैसा नहीं है। आप भले ही इन दोनों निर्दलीय उम्मीदवारों की घोषणा से हैरान हों पर आंकड़े तो यही कह रहे हैं। तो ये हैं गुजरात चुनाव के पहले चरणी के धनतंत्र की तस्वीर, जिसमें एक तरफ मालदार हैं तो दो बेचारे ऐसे भी हैं जिनके पास कुछ भी नहीं है फिर भी ताल ठोक कर चुनाव लड़ रहे हैं। ये भारत का ही लोकतंत्र हैं जहां सारे रंग देखने को मिलते हैं और गुजरात भी इसमें किसी से पीछे नहीं है।
source: oneindia.com