चंडीगढ़: पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंन्दर सिंह ने ट्रांसपोर्टरों की गुटबन्दी पर पाबंदी को सख्ती के साथ लागू करने के लिए सभी जिलों के डिप्टी कमिश्नरों और सीनियर पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए हैं जिससे चल रहे रबी सत्र के दौरान गेहूं की खरीद को बिना अड़चन के यकीनी बनाया जा सके। खरीद प्रबंधों का जायज़ा लेते हुए मुख्यमंत्री ने खरीद प्रक्रिया में विघ्न डालने की कोशिश करने वालों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही करने के डी.जी.पी. को निर्देश दिए हैं। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा है कि गेहूँ की खरीद और लिफ्टिंग की प्रक्रिया के दौरान ट्रांसपोर्ट की ढुलाई में विघ्न डालने की किसी को भी आज्ञा नहीं दी जायेगी।
गेहूं की ढुलाई के लिए राज्य सरकार द्वारा प्राप्त की गई ट्रांसपोर्टरों की सेवाओं को पूरा समर्थन देने के लिए डिप्टी कमिशनरों और पुलिस अधिकारियों को दिए अपने निर्देशों को फिर दोहराते हुए मुख्यमंत्री ने उनको गेहूँ की ढुलाई के लिए भाड़े पर ली सभी गाड़ीयों के आने-जाने पर कड़ी निगरानी रखने के लिए कहा है। मीटिंग के बाद एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने खाद्य और सिविल आपूर्ति के प्रमुख सचिव को एक बार फिर हर संभव कदम उठाए जाने के लिए कहा है जिससे गेहूं की निर्विघ्न खरीद को यकीनी बनाया जा सके।
मुख्यमंत्री ने रोजाना के आधार पर गेहूं की खरीद और ढुलाई प्रक्रिया पर निगरानी रखने के लिए सिविल और पुलिस प्रशासन को निर्देश दिए हैं जिससे इस विशाल कार्य को समय-सीमा में मुकम्मल किया जा सके। गेहूं की निर्विघ्न खरीद को यकीनी बनाने के लिए अपनी वचनबद्धता को दोहराते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों द्वारा पैदा किये एक-एक दाने को खरीदा जायेगा और उनको समय पर भुगतान किया जायेगा जिस तरह कि उनकी सरकार द्वारा पिछले रबी और खरीफ की फ़सल के सत्र के दौरान किया गया था । मीटिंग में मुख्यमंत्री के मुख्य प्रमुख सचिव सुरेश कुमार, डी.जी.पी. सुरेश अरोड़ा, खाद्य और सिविल सप्लाईज़ के प्रमुख सचिव के.ए.पी. सिन्हा और मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव तेजवीर सिंह शामल थे। (Khas Khabar)