नई दिल्लीः केंद्रीय जनजाति आयोग ने गोंड जनजाति के फर्जी प्रमाण पत्र बनाये जाने पर उत्तर प्रदेश सरकार से रिपोर्ट तलब की है। केंद्रीय जनजाति आयोग के सचिव ने उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव को लिखे पत्र में कहा है कि आयोग के संज्ञान में आया है कि उत्तर प्रदेश के गोरखपुर, देवरिया, महाराजगंज, बस्ती, आजमगढ, मउ एवं बलिया जिलों में नायक ब्राह्मण एवं ब्राह्मण ओझा समुदाय के लोगों ने नौकरी प्राप्त करने के लिए गोंड जाति के फर्जी प्रमाणपत्र बनवा लिये हैं।
उत्तरप्रदेश के मुख्य सचिव से पूछा गया है कि उत्तर प्रदेश में जनजातियों की संख्या एवं प्रतिशत क्या है। साथ ही गोंड जाति की जनसंख्या एवं उसके प्रतिशत के बारे में जानकारी चाही गयी है। आयोग की ओर से यह भी पूछा गया है कि नायक ब्राह्मण एवं ब्राह्मण ओझा समुदाय के कितने लोगों को गोंड जाति का प्रमाणपत्र जारी किया गया है। आयोग ने उत्तर प्रदेश सरकार से यह भी पूछा है कि फर्जी प्रमाणपत्र प्राप्त करने वाले लोगों के खिलाफ सरकार ने क्या फौजदारी अथवा प्रशासनिक कार्यवाई की है। आयोग ने एक गैर-सरकारी संगठन की ओर से दिए गए प्रतिवेदन के बाद इस प्रकरण पर संज्ञान लिया है।