उत्तर प्रदेश की गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा उपचुनाव रविवार शाम 5 बजे कड़ी सुरक्षा के बीच सकुशल संपन्न हो गया। यहां के लोगों ने करीब 41 फीसद मतदान किया। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा उपलब्ध कराई गई जानकारी के मुताबिक, गोरखपुर में 43 और फूलपुर में करीब 37 फीसद लोगों ने अपने मताधिकार का उपयोग किया। इस बीच फूलपुर गोरखपुर के कुछ केंद्रों पर वोटिंग मशीन खराब होने के कारण मतदान में कुछ समय के लिए बाधा पड़ी। इलाहाबाद के फूलपुर लोकसभा उपचुनाव के लिए 838 मतदान केंद्रों पर 2155 बूथ हैं। यहां करीब 19,63,543 लाख मतदाता किस्मत आजमा रहे उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करने वाले मतदाता हैं। गोरखपुर सदर संसदीय सीट में 19.49 लाख मतदाता हैं। दोनों जगह प्रशासनिक व्यवस्था बेहद चुस्त दुरुस्त है।
बता दें कि दिन में तीन बजे तक गोरखपुर में 37.00 फीसद तथा फूलपुर में 26.60 प्रतिशत मतदान हुआ यानी कुल 31.75 प्रतिशत वोट पड़ गए थे। सभी जगह कड़ी सुरक्षा में शांति पूर्वक मतदान हो रहा है।प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ की कर्मस्थली गोरखपुर के साथ ही इलाहाबाद के फूलपुर लोकसभा क्षेत्र के उप चुनाव के लिए मतदान सुबह सात बजे से शुरु हो गया था। गोरखपुर में भी चुनाव को लेकर जिला प्रशासन की तैयारियों की पोल खुलती गई।
कई बूथों पर ईवीएम खराब हो गई। इनको बदलने के बाद मतदान प्रक्रिया को आगे बढ़ाया गया। दो घंटे में बेहद धीमा मतदान आज रविवार होने का संकेत दे रहा था। इसके बाद वोटर घर से निकले। लोकसभा के उप चुनाव के दौरान पहले दो घंटे में मतदान बेहद धीमा रहा। मतदाताओं पर आज रविवार का असर काफी भारी दिख रहा था। सात से नौ बजे के बीच में इलाहाबाद के फूलपुर में केवल 4.80 फीसदी मतदान हुआ। शहर के साथ ही ग्रामीण क्षेत्र के मतदान केंद्रों पर सन्नाटा पसरा था। शहर उत्तरी में केवल 1.8 फीसदी मतदान हुआ।
गोरखपुर लोकसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव की शुरुआत काफी धीमी रही। सुबह के पहले 2 घंटे में नौ बजे तक सभी पांच विधानसभा सीटों पर मात्र 6.80 फीसद मतदान हो सका है। विधानसभावार कितना प्रतिशत मतदान हुआ है कंट्रोल रूम इसकी सूचना एकत्र कर रहा है।
सहजनवा, पिपराइच और कैंपियरगंज के कुछ बूथों पर ईवीएम में खराबी के चलते इसे बदलना या ठीक करना पड़ा है। इसके चलते कुछ जगहों पर मतदान देर से शुरू हुआ है। अभी तक कहीं से भी किसी तरह के विवाद या झड़प की सूचना कंट्रोल रूम को नहीं मिली है। जिला निर्वाचन अधिकारी, प्रेक्षक और सभी मजिस्ट्रेट अपने अपने क्षेत्र में दौरा कर रहे हैं। विधानसभावार मतदान का प्रतिशत अभी थोड़ी देर में उपलब्ध कराया जाएगा।
मंदिर में पूजा करने के बाद योगी आदित्यनाथ ने डाला वोट
गोरखपुर में वोट डालने से पहले सुबह 5 बजे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखनाथ मंदिर में पूजा की। इसके बाद वोटिंग शुरू होने के बाद वह गोरखनाथ क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय गोरखनाथ, कन्या परिषद में बने मतदान बूथ पर पहुंचे यहां उन्होंने मतदान किया। वोट डालने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश की जनता सौदेबाजी को नकार चुकी है। आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वोट डालने के बाद कहा कि विकास और सुशासन के लिए भारतीय जनता पार्टी का सत्ता में रहना बेहद जरूरी है। गोरखपुर लोकसभा उपचुनाव के लिए मतदान करने के बाद सीएम आदित्यनाथ ने कहा कि विकास और सुशासन के लिए बीजेपी जरूरी है।
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य फूलपुर में डाला वोट
उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या ने इलाहबाद के फूलपुर स्थित ज्वाला देवी इंटर कॉलेज में अपना वोट किया। सीएम योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में वोट डाला वहीं, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने इलाहाबाद में अपने मताधिकार का उपयोग किया। वोट देने के बाद केशव प्रसाद मौर्य ने मीडिया से बात करते हुए कहा उन्हें पूरा विश्वास है कि जिस तरह हमने पिछले चुनाव में जीत हासिल की थी उसी तरह इस बार भी जनता हमें जिताएगी।
उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में जो विकास के काम हो रहे है उसके आधार पर जनता हमें वोट करेगी। वहीं उन्होंने सपा-बसपा पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके गठबंधन से कोई फायदा नहीं है हम बड़ी जीत हासिल करेंगे। बता दें कि इलाहाबाद के फूलपुर लोकसभा क्षेत्र के उपचुनाव में 2155 में 1820 पोलिंग बूथ पर केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है। आज यहां पर 19.63 लाख मतदाता 22 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला लिखेंगे।
सुबह 7 बजे से मतदान शुरू
बता दें कि उत्तर प्रदेश के फूलपुर और गोरखपुर लोकसभा उपचुनाव के लिए मतदान शुरू हो गया है। इन दोनों सीटों पर रविवार सुबह 7 बजे मतदान शुरू हो गया, शाम 5 बजे तक वोट डाले गए। दोनों सीटों पर बीजेपी और सपा के बीच कांटे का मुकाबला है। फूलपुर में बीजेपी के कौशलेंद्र पटेल और बसपा समर्थित सपा प्रत्याशी नागेंद्र पटेल के बीच मुकाबला माना जा रहा है। जबकि कांग्रेस के मनीष मिश्रा और बाहुबली अतीक अहमद निर्दलीय मैदान में हैं।
गोरखपुर में बीजेपी के उपेंद्र शुक्ला और बसपा समर्थित सपा प्रत्याशी प्रवीण निषाद और कांग्रेस की सुरहिता करीम मैदान में है। बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ ने गोरखपुर और डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने फूलपुर सीट से पिछले साल इस्तीफा दे दिया था। इसके चलते उपचुनाव हो रहा है। ऐसे में दोनों बीजेपी के दिग्गज नेताओं की की प्रतिष्ठा दांव पर है। गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा उपचुनाव के अलावा बिहार के अररिया में लोकसभा उपचुनाव और जहानाबाद में विधानसभा उपचुनाव के लिए भी मतदान हो रहा है।
गोरखपुर सीट बीजेपी के लिए, विशेष कर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए नाक का सवाल है। योगी यहां से 5 बार सांसद चुने जा चुके हैं। इससे पहले उनके गुरु महंत अवैद्यनाथ 3 बार संसद में इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। दूसरी ओर, कभी देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को संसद में भेजने वाली फूलपुर की जनता ने 2014 में बीजेपी प्रत्याशी केशव प्रसाद मौर्य को संसद पहुंचाया था।
वहीं अररिया में लोकसभा उपचुनाव के लिए मतदान हो रहा है। इसी बीच खबर आ रही है कि बिहार बीजेपी अध्यक्ष नित्यानंद राय के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई है। राय पर आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने का आरोप लगा है। दरअसल राय ने कहा था कि अगर आरजेडी उम्मीदवार सरफराज आलम यहां से चुनाव जीत गए तो अररिया आईएस का हब बन जाएगा।
चुनाव मैदान में गोरखपुर में कुल 10 फूलपुर में 22 उम्मीदवार
गोरखपुर में कुल 10 जबकि फूलपुर में 22 उम्मीदवार चुनाव मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। वोटों की गिनती 14 मार्च को होगी। गोरखपुर संसदीय क्षेत्र में 5 विधानसभा सीटें आती हैं। यहां उपचुनाव के लिए 970 मतदान केंद्र और 2141 मतदेय स्थल बनाए गए हैं। वहीं फूलपुर में इलाहाबाद जिले की कुल 5 विधानसभा सीटें हैं, जहां 793 मतदान केंद्रों और 2059 मतदेय स्थलों पर वोटिंग कराई जाएगी।
फूलपुर लोकसभा क्षेत्र में आने वाली इलाहाबाद पश्चिमी विधानसभा सीट के 45 मतदान केंद्र और 95 मतदेय स्थल कौशांबी जिले में आते हैं। चुनाव के लिए 65 कंपनी केंद्रीय पुलिस बलों की ड्यूटी लगाई गई है। इसके अलावा पुलिस, पीएसी और होमगार्ड के जवानों की भी अलग से तैनाती की गई है। गोरखपुर सदर संसदीय सीट पर हो रहे उपचुनाव में 19.49 लाख मतदाता आज मतदान करेंगे। शहर में सर्वाधिक 4.34 लाख जबकि सहजनवा में सबसे कम 3.57 लाख मतदाता हैं। इनमें आठ लाख से अधिक महिलाएं हैं।