नई दिल्ली: केन्द्रीय नागर विमानन मंत्री श्री सुरेश प्रभु ने कहा कि केन्द्र सरकार, राज्य सरकार तथा निजी सहयोगियों के माध्यम से गोवा को एक पर्यटन स्थल तथा कार्गो हब के रूप में विकसित करने का प्रयास कर रही है। पुनर्रोद्धार और मरम्मत कार्यों की निगरानी के पश्चात वह डाबोलिम हवाई अड्डे पर मीडिया को संबोधित कर रहे है। इस अवसर पर केन्द्रीय आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री श्रीपद नाइक, राज्य कृषि मंत्री श्री विजय सरदेसाई, राजस्व मंत्री श्री रोहन खाउंटे और परिवहन मंत्री श्री सुदीन धावलिकर भी उपस्थित थे। मोपा हवाई अड्डे का संचालन सितंबर 2020 से शुरू हो जाएगा। श्री प्रभु ने कहा कि मोपा के साथ डाबोलिम हवाई अड्डा भी संचालन में रहेगा।
डाबोलिम हवाई अड्डे पर 300 करोड़ रुपये की लागत से पुनर्रोद्धार व मरम्मत का कार्य चल रहा है। जुलाई तक नये बहुस्तरीय पार्किंग परिसर का संचालन प्रारंभ हो जाएगा। डाबोलिम हवाई अड्डे पर गोवा पर्यटन विभाग को टैक्सी सेवा संचालन के लिए एक काउंटर आवंटित किया जाएगा। एक अन्य काउंटर राज्य सरकार को आवंटित किया जाएगा। इस काउंटर से राज्य सरकार स्थानीय उत्पादों, स्मृति चिन्हों तथा सब्जियों का विक्रय करेगी। श्री सुरेश प्रभु ने कहा कि कार्गो परिवहन के माध्यम से किसानों की अंतर्राष्ट्रीय बाजार तक पहुंच बनेगी। उन्होंने आगे कहा कि गोवा में दो हवाई अड्डों के संचालन से यात्रियों की संचालन क्षमता में तीन गुनी वृद्धि होगी।
श्री प्रभु ने जानकारी देते हुए कहा कि कौशल विकास और स्टार्ट-अप इंडिया कार्यक्रमों के लिए नागर विमानन मंत्रालय विश्व बैंक तथा अन्य बड़ी संस्थाओं के प्रतिनिधियों से बातचीत कर रहा है ताकि गोवा को एक गंतव्य बाजार के रूप में विकसित किया जा सके। सिंगापुर एयरलाइंस, लुफ्तांसा एयरलाइंस जैसी बड़ी हवाई कंपनियां भारत में गंतव्य बाजार का हिस्सा बनने में रूचि दिखाई है। नागर विमानन मंत्रालय तथा अन्य संबंधित क्षेत्रों में नौकरियों की विशाल संभावना है। इन कदमों से राज्य का समग्र विकास होगा।