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ग्रासरूट इन्फॉर्मैटिक्स (जमीनी स्तर पर सूचना विज्ञान) पर राष्ट्रीय बैठक

देश-विदेशप्रौद्योगिकी

नई दिल्लीः राष्ट्रीय सुरक्षा, आर्थिक समृद्धि, नवाचार और सामाजिक कल्याण सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी (आईसीटी) की उपलब्धता, प्रामाणिकता और गोपनीयता पर काफी हद तक निर्भर हैं। नागरिकों का दैनिक जीवन सूचना क्रांति से काफी बदल गया है और आधुनिक जीवन साइबर स्पेस के सामयिक, उचित और गोपनीय व्यवहार पर निर्भर करता है। अंतिम डीआईओ बैठक (विविध 2017) में, माननीय मंत्री ने एनआईसी द्वारा भारत के लिए तकनीकी तंत्र बनाने पर सराहना की जो कि डिजिटल इंडिया का नेतृत्व कर सकता है और जिसकी प्रधानमंत्री ने भी परिकल्पना की थी; उन्होंने डीआईओ से जमीनी स्तर परिवर्तनकारी दृष्टिकोण अपनाकर उन्नत और सक्रिय होकर परिवर्तन लाने का आग्रह किया।

डिजिटल इंडिया की पृष्ठभूमि, स्वीकृति, प्रतिबद्धता पर जोर देते हुए और डिजिटल इंडिया का उद्देश्य से देश को डिजिटल रूप से सशक्त समाज और ज्ञान अर्थव्यवस्था में बदलने के लिए कार्य करना है, इसी के लिए राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केन्द्र (एनआईसी) ग्रासरूट इन्फॉर्मैटिक्स- विविध 2018 पर गुरुवार, 8 फरवरी से शनिवार 10 फरवरी तक एक तीन दिवसीय राष्ट्रीय  बैठक का आयोजन इंडिया हैबिटेट सेंटर, नई दिल्ली में कर रहा है।

इस तीन दिवसीय समारोह का उद्घाटन माननीय केन्द्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी तथा विधि एवं न्याय मंत्री श्री रविशंकर प्रसाद, पर्यटन राज्य मंत्री तथा इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री श्री के. जे. अल्फोन्स, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सचिव श्री अजय साहनी और अन्य माननीय उच्चाधिकारियों की उपस्थिति में, करेंगे।

हमारे बारे में

राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केन्द्र (एनआईसी) की स्थापना 1967 में की गई थी और तब से यह जमीनी स्तर से ई-गवर्मेंट/ई-गवर्नेंस अनुप्रयोगों के साथ डिजिटल अवसरों को बढ़ावा देते हुए सतत विकास के रूप में उभरा है। एनआईसी, अपने आईसीटी नेटवर्क के माध्यम से, ‘एनआईसीएनईटी’ का केंद्र सरकार के सभी मंत्रालयों/विभागों, 36 राज्य सरकारों/ संघ शासित प्रदेशों और भारत के लगभग 708 जिला प्रशासनों के साथ संस्थागत संबंध है। केन्द्र सरकार के मंत्रालयों/विभागों, राज्यों, जिलों और ब्लॉकों के स्तर पर ई-गवर्मेंट/ई-गवर्नेंस अनुप्रयोगों को चलाने, भारत के लोगों के लिए सरकारी सेवाओं में सुधार, व्यापक पारदर्शिता, विकेन्द्रीकृत योजना और प्रबंधन को बढ़ावा देने, बेहतर दक्षता और जवाबदेही में एनआईसी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।

विविध 2018

विविध 2018 का विषय (थीम) ‘साइबर सुरक्षा और नवाचार’ है।

इस राष्ट्रीय बैठक में व्यापक प्रासंगिक मुद्दों जैसे उभरती तकनीकों (इंटरनेट, कृत्रिम बुद्धिमत्ता, मशीन के बारे में जानकारी एवं बड़े स्तर पर डाटा का विश्लेषण), साइबर खतरा और इससे पार पाने के उपायों (डिजिटलीकरण के प्रतिमान को बदलना और उसका सुरक्षा पर प्रभाव, साइबर सुरक्षा खतरा एवं साइबर अपराध), क्रिटिकल इंफॉर्मेशऩ इन्फ्रस्ट्रक्चर संरक्षण (एनआईसी-सीईआरटी), एंटरप्राइज लेवल एप्लीकेशन्स और डीआईओ से संबंधित कई अन्य विषय शामिल होंगे।

विषयः

साइबर सुरक्षा

इस वर्ष राष्ट्रीय बैठक में ‘साइबर सुरक्षा’ पर विशेष ध्यान देने के साथ ही; देश में डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर की सुरक्षा को बढ़ाने में एनआईसी द्वारा विभिन्न पहलों को बताने पर विशेष जोर देने का उद्देश्य है। बढ़ते हमलों के तथ्यों को देखते हुए, व्यापकता और बाधाकारी क्षमता में, साइबर अपराधियों के अपराधों की संख्या तेजी से बढ़ी हैं, क्योंकि क्लाउड सर्विस के इस्तेमाल में तेजी आई है तथा आगे आने वाले समय में इंटरनेट (आईओटी) संबंधित हमले की भी बढ़ने की संभावना है।

नवाचार

इस वर्ष डीआईओ के लिए नवाचार भी एक प्रमुख विषय है और माननीय मंत्री द्वारा इस दिशा में कई महत्वपूर्ण सुझाव और निर्देश पहले भी दिए थे। नए विचारों को प्राथमिकता दिए जाने के उद्देश्य से एनआईसी ने “एनआईसी नवाचार चुनौती-2018” की परिकल्पना की भी 15 नवंबर 2017 को घोषणा की थी। आए हुए 398 पत्रों में से, निम्नलिखित 5 श्रेणियों में 13 टीमों का पुरस्कार के लिए चयन किया गया है:

  • उभरती तकनीक के एप्लीकेशन्स के लिए परिकल्पना पत्र
  • सेवा प्रदान करने में नवाचार के लिए परिकल्पना पत्र
  • डेटा विज़ुअलाइज़ेशन में नवाचार
  • मोबाइल एप्प नवाचार
  • वेव एप्लीकेशन नवाचार

इसके साथ ही, एनआईसी ने

इसके अलावा, एनआईसी ने एक अभिनव सेवा विकसित की है और इस कार्यक्रम के दौरान एस3डब्ल्यूएएस (एस3वास)-‘सुरक्षित, आरोह्य और सुगम्य वेबसाइट सेवा के रूप में’ शुरू किया जायेगा। एस3वास सेवा ने सावधानीपूर्वक बनाया और विकसित किया गया, जो बिना प्रयास और तकनीकी जानकारी के बिना सुरक्षित, आरोह्य और पहुंच वाले वेबसाइटों को उत्पन्न, बनाने, तैनात और प्रबंधित करने के लिए एक वेबसाइट से संबंधित तरीका है।

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