लखनऊ: कृषि उत्पादन मण्डी परिषद की समितियों द्वारा चावल निर्माता-निर्यातकों को गेटपास निर्गत करने में लगने वाले समय से राहत देने हेतु मण्डी द्वारा गेटपास बुक एडवांस में उपलब्ध करायी जायेगी।
यह जानकारी देते हुए प्रमुख सचिव कृषि विपणन एवं कृषि विदेश व्यापार श्री अमित मोहन प्रसाद ने प्रदेश में लागू नई चावल निर्यात नीति के हवाले से अवगत कराया कि चावल निर्माता-निर्यातकों को प्रत्येक माह पारेषित की जाने वाली चावल की औसत मात्रा पर दिए जाने वाले मण्डी शुल्क और विकास शेष धनराशि के बराबर की बैंक गारण्टी प्रस्तुत करने पर मण्डी समिति एडवांस में गेट पास पुस्तिका उपलब्ध करायेगा। उन्होंने बताया कि निर्यातित चावल की मात्रा के सत्यापन हेतु नजदीकी पंजीकृत धर्मकांटा की रसीद चावल निर्माता-निर्यातकों को प्रस्तुत करनी होगी। चावल निर्माता-निर्यातक मण्डी से प्राप्त एडवांस गेटपास बुक से स्वयं गेटपास जारी करेगा और अगले दिन कार्य दिवस पर मण्डी समिति को उसकी प्रति उपलब्ध करा देगा।
प्रमुख सचिव अमित मोहन प्रसाद ने अवगत कराया है कि उत्तर प्रदेश चावल निर्यात प्रोत्साहन योजना (2017-2022) में एडवांस गेटपास उपलब्ध कराने की इस व्यवस्था से चावल निर्माता निर्यातकों को गेटपास प्राप्त करने में लगने वाले समय और अनावश्यक विलम्ब से बड़ी राहत प्राप्त होगी।