लखनऊ: प्रदेश के गन्ना एवं चीनी आयुक्त, श्री संजय आर. भूसरेड्डी ने निजी एवं सहकारी क्षेत्र की 40 चीनी मिलों को अपनी क्षमता के अनुरूप गन्ना पेराई न करने पर कड़ी चेतावनी जारी की है। उन्होंने प्रदेश की समस्त चीनी मिलों को क्षमता अनुरूप गन्ना पेराई सुनिश्चित करने के सख्त निर्देश दिए हैं। उन्होंने चीनी मालिकों को चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार की मंशा एकदम स्पष्अ है कि खेत में गन्ना खड़ा रहने तक कोई चीनी मिल बन्द नहीं होगी। इसलिए सभी चीनी मिल पूरी क्षमता से चलाकर गन्ने की पेराई की जाय ताकि गन्ना किसानों को कोई असुविधा न हो।
श्री भूसरेड्डी आज अपने कार्यालय कक्ष में पेराई सत्र 2017-18 में चीनी मिलों के गन्ना मूल्य भुगतान तथा गन्ना पेराई की समीक्षा कर रहे थे। समीक्षा के दौरान उन्होंने यह पाया कि 40 चीनी मिलें स्थापित गन्ना पेराई क्षमता के अनुसार गन्ना पेराई नहीं कर रही है। क्षमता के अनुरूप पेराई नहीं होने से जहां एक ओर समय से किसानों को पर्चियां नहीं मिल रहीं हैं, वहीं चीनी मिलों को समस्त गन्ने की पेराई हेतु अधिक दिनांे तक चालू रखना पड़ेगा।
इसको देखते हुए श्री भूसरेड्डी ने बलरामपुर जिले की इटईमैदा, गोण्डा की कुन्दुरखी, बदायुं जिले की बिसौली, बरेली जिले की बिजनौर, सहारनपुर जिले की देवबन्द एवं गागनौली तथा मुजफ्फरनगर जिले की रोहानकलां सहित 40 चीनी मिलों को नोटिस जारी करते हुए सम्बन्धित चीनी मिल मालिकों को निर्देशित किया है कि चीनी मिलों को उसकी पेराई क्षमता के अनुसार पूरी क्षमता से चलाया जाना सुनिश्चित कराया जाय।
आयुक्त ने कहा कि क्षेत्रीय कृषकों को समय से गन्ना आपूर्ति हेतु पर्चियों की उपलब्धता एवं उनके गन्ने की समुचित आपूर्ति समयान्तर्गत सुनिश्चित करायी जाय। इसके साथ ही कृषकों के पास उपलब्ध एवं पेराई योग्य गन्ने की समयान्तर्गत चीनी मिलों को आपूर्ति सुनिश्चित कराने एवं समस्त गन्ने की पेराई करने के उपरान्त ही चीनी मिलों को सत्र समाप्त करने की अनुमति दी जायेगी।