लखनऊ: भारत रत्न-पूर्व प्रधानमंत्री स्व0 इन्दिरा गाँधी जी का जन्म शताब्दी वर्ष समारोह पूरे देश में विभिन्न कार्यक्रमों के साथ आयोजित किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश में विभिन्न 10 स्थानों पर वृहद रूप से इन्दिरा जी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर सेमिनारों का आयोजन किये जाने के तहत आज जनपद मेरठ के चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ में जन्म शताब्दी वर्ष समारोह आयोजित किया गया।
समारोह को सम्बोधित करते हुए अ0भा0 कंाग्रेस कमेटी के महासचिव-प्रभारी उ0प्र0 श्री गुलाम नबी आजाद ने कहा कि इन्दिरा जी की जुझारू राजनीति और गांधी-नेहरू की भारतदृष्टि की वैचारिक विरासत को जो कांग्रेसी आत्मसात करेगा वह कभी हिम्मत नहीं हारेगा और वह हिम्मत से खड़ा हो गया तो कांग्रेस के सम्मान और फिर से उत्कर्ष की लड़ाई जीतने से कोई ताकत रोक नहीं सकती। इन्दिरा जी संघर्ष एवं लोककल्याण की प्रगतिशील राजनीति की मिसाल थीं। इन्दिरा जी भारत के हर बाशिन्दे के लिए जीतीं और लड़ती रहीं और उसी सैद्धान्तिक संघर्ष भावना से बलिदान हो गईं।
उ0प्र0 कंाग्रेस कमेटी के अध्यक्ष श्री राजबब्बर सांसद ने कहा कि इन्दिरा जी गरीबों की मसीहा थीं। उन्होने समाज के सभी वर्गों के कल्याण के लिए योजनाएं बनायी थीं। वह किसानों की नेता थीं, व्यापारियों की नेता थीं, गरीबों की नेता थीं। पूर्ववर्ती यूपीए सरकार ने डेढ़ दर्जन जनकल्याणकारी योजनाएं चलायी थीं, जिनका आज वर्तमान केन्द्र की सरकार द्वारा उन योजनाओं का नाम बदलकर उन्हें अपना बताकर अवाम को धोखा दिया जा रहा है। कांग्रेस पार्टी ने सदैव गरीबों और मजदूरों के हितों के लिए संघर्ष किया है। इन्दिरा जी ने इस देश को अपने लहू से सींचा है। आज कुछ लोग आजादी के मूल्यांे को भुलाना चाहते हैं। इतिहास में तोड़ मरोड़ करना चाहते हैं। उन्होने कहा कि सभी कांग्रसजनों को इन्दिरा जी के व्यक्तित्व और उनके संघर्ष से प्रेरणा लेकर देश के नवनिर्माण में अपनी अहम भूमिका निभाने की आवश्यकता है।
समारोह में प्रमुख रूप से अ0भा0 कांग्रेस कार्यसमिति की सदस्य श्रीमती मोहसिना किदवई जी सांसद, सांसद श्री प्रमोद तिवारी, श्री पी0एल0पुनिया एवं डॉ0 संजय सिंह, श्रीमती नगमा, श्री नसीब पठान, पूर्व विधायक श्री सोमांश प्रकाश एवं जिला/शहर अध्यक्ष आदि वरिष्ठ नेतागणों ने भी सम्बोधित किया।
श्री मदान ने बताया कि इसके पूर्व लखनऊ, झांसी, वाराणसी में समारेाह का आयेाजन किया जा चुका है। इसके उपरान्त प्रदेश के छः स्थानों पर इन्दिरा गांधी जी के जन्मशताब्दी वर्ष समारोह 17नवम्बर से पूर्व आयोजित किये जायेंगे।