गोपेश्वर: पर्यावरण जागरूकता अभियान के तहत हाई स्कूल दोगड़ी कांडई में आयोजित गोष्ठी में खाली एवं बंजर भूमि पर वृक्षारोपण कर पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्धन पर जोर दिया गया। साथ ही छात्र-छात्राओं ने रैली निकाल कर पेय जल संकट को दूर करने के लिये पौरणिक जल स्रोतों के संरक्षण की अपील की। पर्यावरण मंत्रालय भारत सरकार, नवज्योति महिला कल्याण संस्थान तथा पंजाब स्टैट काउंसिल पफाॅर साइंस एंड टैक्नोलाॅजी चंढ़ीगढ़ के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित कार्यक्रम में वंजर भूमि के संरक्षण के लिये सामूहिक वृक्षारोपण किये जाने पर जोर दिया गया।
कार्यक्रम में बोलते हुए प्रधानाचार्य सावित्री बत्र्वाल ने कहा कि मानव त्रुटियों एवं अतिदोहन के कारण भूक्षरण एवं सूखे की समस्या पैदा हो गई है। गावों में पेयजल स्रोतों के सूख जाने के कारण लोगों के सामने पेयजल का संकट पैदा हो गया है। इसलिये लोगों को पेयजल श्रोतों के आसपास सघन वृक्षरोपण कर श्रोतों को संरक्षण एवं सवंर्धन करना चाहिये। नवज्योति की समन्यवक सिद्वि नेगी ने भूमि को बचाने के उपायों पर सघन बोलते हुए भूमि की न्यूनतम खुदाई, सिंचाई के पानी का सही इस्तेमाल, प्रिरंकलर सिंचाई द्वारा पानी की अत्यधिक खपत पर रोक तथा खनन गतिविधियों पर नियंत्रण किये जाने पर जोर दिया। कांडई की मंमद अध्यक्ष शांति रावत ने कहा कि समय≤ पर वनों के संरक्षण के लिये जन जागरूकता कार्य जरूरी हैं।
सरपंच विशोदा देवी ने कहा कि वीरान तथा खाली पड़ी भूमि पर चैड़ी पत्ती वाले वृक्षो का रोपण कर घास की कमी को भी दूर किया जा सकता है साथ ही भू-क्षरण को भी रोका जा सकता है। इस अवसर पर महिला संगठन तथा स्कूली छात्र छात्राओं ने विधालय परिसर से गांव तक जनजागरूकता रैली निकालकर पैरा तोक में विभिन्न प्रजाति के पौधों का रोपण किया। इस मौके पर लज्जू देवी, बवीता देवी, जेठी देवी, केएस नेगी, बीपी भट्टð, सुमन नेगी आदि मौजूद थे।