लखनऊ: दिनांक 09 फरवरी, 2015, उत्तर प्रदेश शासन ने चालू वित्तीय वर्ष में जनजाति एवं लोककला संस्कृति संस्थान, लखनऊ के लिए प्राविधानित धनराशि 15 लाख के सापेक्ष 7.50 लाख रुपये द्वितीय किश्त के रूप में स्वीकृत की है। प्रथम किश्त इस संस्थान को पूर्व में जारी की जा चुकी है।
संस्कृति विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार इस धनराशि का उपयोग स्वीकृत मदों पर ही किया जायेगा। अन्य मदों पर इसका उपयोग कदापि न किया जायेगा। यदि कोई धनराशि शेष बचती है तो उसे तत्काल राजकोष में जमा कराया जायेगा।
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