38 साल पहले मुंबई की गुप्त जगह पर पांच लोग मौजूद थे. एक महिला और चार पुरुष. वो सभी एक निकाह की रस्में पूरी करने के लिए इक्ट्ठा हुए थे. कुछ देर बाद मौलवी महिला से मुखातिब हुआ, आयशा क्या आपको दिलावर से निकाह कबूल है. आयशा ने रजामंदी जाहिर करते हुए कहा, कबूल है. इसके बाद गवाहों ने निकाहनामे पर दस्तखत कर दिए. निकाह मुकम्मल हो गया.
निकाह मामूली दो लोगों का नहीं हो रहा था बल्कि ये वो लोग थे जिनके बीच रोमांस के चर्चे कई सालों से लोगों की जुबान पर थे. निकाह तो हुआ लेकिन कुछ महीनों तक इसकी भनक किसी को नहीं लगी. बाद में ये राज खुलना ही था. ये खुला. तब देश को पता चला कि जिस जोड़ी के रोमांस की किस्से पिछले कुछ सालों से उड़ रहे हैं, वो मियां-बीवी बन चुके हैं. मियां यानि दिलावर खान थे धर्मेंद्र और आयशा बी थीं लोगों के दिलों पर राज करने वाली ड्रीमगर्ल हेमामालिनी.
नागवार भी गुजरी ये बात
धर्मेंद्र 81 साल के हो चुके हैं और ड्रीमगर्ल हेमामालिनी 16 अक्टूबर को 69 साल की हो जाएंगी. हालांकि दोनों के धर्म बदलकर शादी करने के तरीकों पर तब बहुत बवाल भी हुआ. बहुत से लोगों को धर्म बदलकर निकाह करने की बात काफी नागवार भी गुजरी. इसलिए अब तक दोनों के धर्म को लेकर सवाल भी उठते रहे हैं. क्यों चुना ये तरीका
आखिर बॉलीवुड के हीमैन ने शादी करने का ऐसा तरीका क्यों चुना? वर्ष 1954 में उनकी शादी गांव की सीधी साधी प्रकाश कौर से तभी हो गई थी, जब वह 19 साल के थे. इसके बाद किस्मत उन्हें बॉलीवुड ले गई. वह 60 के दशक में रुपहले पर्दे के सबसे खूबसूरत औऱ गबरू जवान थे, जिस पर देश की लड़कियां दिलोजान न्योछावर करती थीं. वह फिल्में कर रहे थे. जल्दी-जल्दी उनके गर्लफ्रेंड बदलने की खबरें आती थीं. प्रकाश कौर ये सब जानते हुए भी उन दिनों पंजाब के गांव में रहती थीं. शादी के बाद धर्मेंद्र को चार बच्चे हुए.
फिल्म प्रतीज्ञा में आए पास
70 के दशक में धर्मेंद्र और हेमामालिनी पास आ गए. धर्मेंद्र उन्हें लगातार आकृष्ट करने की कोशिश करते रहते थे. 70 के दशक की शुरुआती वर्षों में दलाल गुहा ने प्रतिज्ञा फिल्म बनानी शुरू की. उसी के गाने मैं जट यम पगला दीवाना में धर्मेंद्र ने जिस तरह से डांस किया, उससे हेमा को हीमैन पर प्यार आ गया. वर्ष 1975 में फिल्म रिलीज हुई और साथ में रिलीज हुईं धर्मेंद्र और हेमा के प्यार की खबरें. ये रोमांस इतना गहरा और गाढ़ा था कि सबको अंदाज होने लगा कि कुछ न कुछ तो होने वाला है.
एक सवाल और दो जवाब
खैर हम पहले उस सवाल की ओर लौटते हैं कि धर्मेंद्र शादी करने के लिए कुछ महीनों पहले ही धर्म बदलकर दिलावर खान क्यों बन गए. इसके दो जवाब हैं- पहला ये कि प्रकाश कौर ने तलाक देने से मना कर दिया था इसलिए कोई और रास्ता बचा नहीं था कि ऐसा किया जाए, क्योंकि कई बॉलीवुड शख्सियतों ने पहले भी दूसरी शादी के लिए इस तरह का रास्ता चुना था. दूसरा जवाब ये है -शायद धर्मेंद्र खुद उस प्रकाश कौर को तलाक दिए बगैर दूसरी शादी करना चाहते थे, जिसके बारे में उन्हें अंदाज था कि वह प्रकाश को मना लेंगे कि वह हेमा को दूसरी पत्नी के रूप में स्वीकार कर ले. प्रकाश कौर ने स्वीकार किया भी, तभी वह आजतक धमेंद्र की पहली पत्नी हैं. धर्मेंद्र ने ऐसी व्यवस्था की हुई है कि उन्होंने हेमा और प्रकाश के बीच समय बांटा हुआ है.
फिर की शादी
खैर जब दुनिया को मालूम हुआ कि धर्मेंद्र और हेमामालिनी ने शादी कर ली तो फिर हीमैन ने फिर शादी की. अबकी बार ये शादी अयंगार परंपरा के अनुसार हुई क्योंकि हेमा आयंगर ब्राह्मण परिवार से थीं. हालांकि उनके पिता इस शादी के सख्त खिलाफ थे. मां जया भी नहीं चाहती थीं कि उनकी बेटी ऐसे शख्स से शादी करे तो पहले से शादीशुदा हो बल्कि जया की इच्छा थी कि उनकी बेटी गिरीश कर्नाड से शादी कर लें. धर्मेंद्र के परिवार में इसका खासा विरोध हुआ. कहा तो ये भी जाता है कि शादी से धर्मेंद्र के दोनों बेटे सनी और बॉबी खासे खफा हुए. बॉबी जब छोटे थे तो उन्होंने अपनी नई मां पर हमला कर दिया था. बताते हैं कि हेमा ने बहुत समय तक धर्मेंद्र को इसलिए भाव नहीं दिया था, क्योंकि वह विवाहित थे लेकिन बाद में वही हुआ, जो होनी को मंजूर था.
इश्क की अदाएं
धर्मेंद्र औऱ हेमा के इश्क की कई कहानियां उन दिनों कही सुनी जाती थीं. एक बार धर्मेंद्र बेंगलुरु में शूटिंग कर रहे थे और हेमा नासिक में. एक दिन धर्मेंद्र अचानक सेट से गायब हो गए. वहां से 24 घंटे तक ड्राइव कर वह नासिक पहुंच गए. नासिक पहुंच कर उन्होंने ड्रीम गर्ल को तपाक से गले से लगाया और कहा-आई लव यू सो मच. कौन खुश नहीं होगा इश्क की इस अदा पर. हेमा भी गदगद हो गईं. जब फिल्म शोले की शूटिंग चल रही थी तो धर्मेंद्र लाइट बॉयज को पैसा देकर बार-बार लाइट्स में गड़बड़ कराते थे कि रिटेक होता रहे और हर बार हेमा को उन्हें हाथों से पकड़ने का मौका मिले. हेमा ने अपनी आटोबॉयोग्राफी में लिखा, वह इसलिए धर्मेंद्र की ओर आकृष्ट हुईं क्योंकि वह काफी स्ट्रांग और उनकी मां की तरह शांत थे. वह उन्हें हमेशा ठीक वैसे ही लगते हैं, जिस तरह पहली मुलाकात में प्यारे लगे थे.
संजीव कुमार को ठुकराया
संजीव कुमार को हेमा से एकतरफा इश्क हो गया था. उन्होंने जितेंद्र से मन की बात का संदेशा भिजवाया. लेकिन हेमा ने एक झटके में इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया. लेकिन वह जितेंद्र के प्यार में जरूर पड़ गईं. इश्क की गाड़ी तेजी से चल पड़ी. जितेंद्र औऱ हेमा दोनों शादी के लिए तैयार थे. दोनोे के घरवाले राजी थे. लेकिन कोई ऐसा बीच में आ गया, जिसके चलते ऐन मौके पर शादी रुक गई. जितेंद्र उसी दौरान शोभा से भी डेटिंग कर रहे थे. वो इस शादी के बीच में आ गईं. फिर कुछ दिनों बाद जितेंद्र ने शोेभा से शादी कर ली. इसके बाद संजीव ने फिर साहस करके अपने प्यार का इजहार किया. फिर उन्हें ठुकरा दिया गया. संजीव को इतना झटका लगा कि उन्होंने खुद को शराब में डूबो लिया.
राज करने वाले सुनहरे दशक
60, 70 और 80 के दशक की शुरुआत में हेमामालिनी बॉलीवुड पर राज करती रहीं. वह अपने जमाने की सबसे ज्यादा पैसा कमाने वाली अभिनेत्री थीं. हालांकि जब 1964 में उन्होंने सीवी श्रीधर को पहली फिल्म के लिए टेस्ट दिया था तो उसमें वह फेल हो गईं थीं. चार साल बाद राजकपूर ने उन्हें फिल्म सपनों का सौदागर में मौका दिया. फिल्म तो फ्लॉप हो गई लेकिन हेमा की सुंदरता और टैलेंट ने सबका ध्यान जरूर खींचा.
अब मथुरा से सांसद
हेमा पहली बार वर्ष 2003 में राज्यसभा में पहुंची. इसके बाद उन्होंने भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की. वर्ष 2014 में उन्होंने मथुरा से लोकसभा चुनाव लड़ा. जहां से जीतने के बाद अब वह वहां से सांसद हैं.
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