नई दिल्ली: केंद्रीय जल संसाधन, नदी विकास और गंगा कायाकल्प मंत्री ने कहा है कि जल संसाधन प्रबंधन के लिए भारत और इजराइल के मध्य दोनों देशों के बीच सहयोग के क्षेत्रों का पता लगाने के लिए एक संयुक्त कार्य समूह का जल्द ही गठन किया जाना चाहिए।
इजरायल के राजदूत श्री डैनियल कार्मन ने आज नई दिल्ली में सुश्री उमा भारती से भेंट की और इस दौरान मंत्री महोदया ने उक्त विचार व्यक्त किए। सुश्री भारती ने कहा कि इज़राइल जल प्रबंधन के क्षेत्र में अग्रणी है और भारत उससे बहुत कुछ सीख सकता है। उन्होंने सुझाव देते हुए कहा कि शोधित जल का उपयोग, पीएमकेएसवाई और शोध व अनुसंधान के क्षेत्र में आपसी सहयोग तथा कर्मियों का प्रशिक्षण आपसी सहयोग के कुछ अन्य क्षेत्र हो सकते है।
इजराइल के राजदूत ने कहा कि वाराणसी में गंगा पर अपशिष्ट जल उपचार की एक पायलट योजना प्रारंभ की जा सकती है। उन्होंने मंत्री महोदया को इजरायल की यात्रा के लिए भी आमंत्रित किया।
उल्लेखनीय है कि नवंबर 2016 में भारत और इजराइल के बीच एक समझौता ज्ञापन हुआ था। इस समझौते में जल संसाधन प्रबंधन और विकास के क्षेत्र में राष्ट्रीय, क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तरों पर सहयोग को मजबूत करने पर सहमति जताई गई थी। आपसी सहमति के क्षेत्रों के साथ-साथ अपशिष्ट जल के पुनः उपयोग, अलवणीकरण, जल संरक्षण के तरीकों व जल संसाधन प्रबंधन के क्षेत्रों में अनुभवों और विशेषज्ञता को साझा करने की जरूरत पर भी बल दिया गया।
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