हाल ही में बीसीसीआई ने रवि शास्त्री को टीम इंडिया का हेड कोच नियुक्त किया। रवि शास्त्री के साथ राहुल द्रविड़ को विदेशी दौरों के लिए बल्लेबाज़ी सलाहकार नियुक्त किया गया था और वहीं जहीर खान को गेंदबाज़ी कोच की ज़िम्मेदारी सौंपी गई थी। हालांकि बीसीसीआई ने ज़हीर को दो साल के लिए गेंदबाज़ी कोच के लिए चुना था। वहीं राहुल द्रविड़ विदेशी दौरे पर टीम को बल्लेबाज़ी के गुर सिखाने की जिम्मेदारी दी गई थी। ऐसी भी ख़बरें आ रहीं थी कि शास्त्री इन नियुक्तियों से कुछ ख़ास खुश नहीं हैं। अब इस मसले पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त प्रशासकों की समिति ने अपना फरमान जारी करते हुए कहा है कि रवि शास्त्री के साथ विचार करने के बाद ही 22 जुलाई को टीम इंडिया के सपोर्ट स्टाफ की नियुक्ति का एलान किया जाएगा। इसका मतलब यह हुआ कि राहुल द्रविड़ और ज़हीर खान की नियुक्तियों पर फिलहाल विराम लग गया है।
सीओए के सदस्यों विनोद राय, डायना इडुल्जी और बीसीसीआई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राहुल जौहरी के बीच बैठक में इस बात का फैसला लिया गया। बैठक की रिपोर्ट के अनुसार ‘‘अन्य सलाहकारों की नियुक्तियां समिति द्वारा मुख्य कोच के साथ सलाह के बाद ही तय की जाएगी।’’ राय ने बैठक के बाद पत्रकारों से कहा, ‘‘हमने रवि शास्त्री को मुख्य कोच रखने के लिए सीएसी की सारी सिफारिशें देखी और हम उनके साथ अन्य कोचों की नियुक्ति के बारे में चर्चा करेंगे। हमने एक समिति गठित की है और वे सीएसी से बात करेंगे। सहयोगी स्टाफ पर फैसला मुख्य कोच की सलाह के बाद ही किया जायेगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘कोचिंग टीम के लिए अहम तीन पदों पर फैसला हो चुका है लेकिन हमें इनमें से प्रत्येक से सलाह करनी होगी, हमें उनकी इच्छा सुनिश्चित करनी होगी और सुनिश्चित करना होगा कि हितों के टकराव का कोई मुद्दा नहीं हो। ’’ इसके साथ ही सीओए ने यह साफ कर दिया कि जहीर और द्रविड़ के नाम की सिफारिश की गई थी, नियुक्तियां नहीं।
उन्होंने कहा, ‘‘अभी अनुबंध जैसी कोई चीज नहीं है। ये सिर्फ सिफारिश थीं, नियुक्ति नहीं। सिफारिश की गई थी और सीओए को सिफारिश के हिसाब से काम करना है और इन सिफारिशों पर मुख्य कोच की सलाह के बाद ही काम किया जायेगा। ’’