लखनऊ: प्रदेश के सहकारिता मंत्री श्री मुकुट बिहारी वर्मा ने बताया कि उ0प्र0 कोआपारेटिव बैंक लि0, लखनऊ मंे प्रबंधक श्री विकास श्रीवास्तव अपनी तैनाती के दौरान लखनऊ की विभिन्न शाखाओं की असत्य एवं भ्रामक सूचनाएं प्रस्तुत करते हुए आर्थिक मामले में तथ्यों को छिपाने, अपनी प्रतिदान क्षमता से बहुत अधिक ऋण मु0-57.69 लाख प्राप्त किये जाने, बैंक में प्रबन्धक पद पर रहते हुए ऋणियों को बैंक की विभिन्न शाखाओं से अपनी गारण्टी पर ऋण दिलवाये, जिनके बकाया/एन0पी0ए0 हो जाने के आरोपों की जांच में दोषी पाये जाने पर उ0प्र0 सहकारी समिति कर्मचारी सेवा विनियामावली 1975 के विनियम संख्या-87 के प्राविधानों के अन्तर्गत श्री विकास श्रीवास्तव, प्रबन्धक को बैंक सेवा से तत्काल प्रभाव से सेवाच्युत (Dissmiss) किया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि वर्तमान में श्री विकास श्रीवास्तव जनपद गाजियाबाद में यू0पी0 कोआपरेटिव बैंक के प्रबंधक पद पर कार्यरत हैं।
श्री वर्मा ने बताया कि सहकारी बैंकों में स्वस्थ एवं स्वच्छ कार्य सुसंस्कृति का वातावरण स्थापित करने की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने सहकारिता विभाग के कार्मिकों को भय/भ्रष्टाचार मुक्त (Zero Tolerance) कार्यपद्धति की नीति अपनाते हुए प्रदेश की जनता के हित में कर्तव्यों का निर्वहन करने के निर्देशों का अक्षरशः पालन किया जाना सुनिश्चित किया जाए।