अंक 2 (02, 11, 20, 29)
शुभ दिन– सोमवार, बुधवार
शुभ मास– फरवरी, अप्रैल, अगस्त, नवम्बर
वर्ष का श्रेष्ठ समयः प्रत्येक कैलेंडर वर्ष में 20 जूलाई से 20 अगस्त के मध्य।
चंद और नेपच्यून आपको जीवनपर्यन्त लाभान्वित करने वाले ग्रह है। यदि आप उपर्युक्त किसी भी तारीख में पैदा हुए हैं तो आपका मूलांक अथवा भाग्यांक 2 ही होगा। मूलांक कैसे बनेगा। यह आप मूलांक 1 का फल पढ़कर समझ सकते है।
इन्हीं अंकपति चन्द्र और नेपच्यून के प्रभाव में आप जीवनपर्यत्न चलते रहेंगे। इसके साथ युति भी बनायेंगे।
वर्ष पति पृथ्वीपुत्र मंगल होने के कारण आपको स्थायित्व नहीं मिलेगा, लेकिन कमीशन अथा दलाली का कार्य हर तरफ से लाभ दिलाएगा स्वास्थ्य की दृष्टि से आपको कफ रोगों से सावधान राहना चाहिए। जलीय रोग जो भी होगे वह आपके लिए घातक सिद्ध होंगे।
स्वभावतः, आप सौंदर्यप्रेमी, भावुक, कालप्रिय और रूमानी विचारधारा वाले व्यक्ति होंगे। मनोरंजन तथा किसी भी तरह के जनसंर्क से संबंधित कार्य आपके लिए हमेशा अच्छे सिद्ध होंगे।
राजनीति, सामाजिक सेवा तथा फिल्म व्यवसाय आपको हमेशा लाभ ही लाभ दिलाएंगे। यदि आप चाहें तो स्वयं भी उपर्युक्त कार्यों को अंजाम दे सकते है। जीवन में प्रारंभिक सफलताएं तो 24 वें वर्ष के बाद ही मिलेंगी, लेकिन जब तक आप 29वें वर्ष को पार नहीं कर लेते तब तक आपको अस्थिरता और उतार-चढ़ाव का सामना करना पडे़गा। आप सफेद वस्तुओं, खाद्य पदार्थ समुद्री वस्तुओं और अभुषणों आदि का व्यवसाय कर सकते है। आप दृढ़ इच्छा शक्ति और स्वतंत्र विचारधारा वाले व्यक्ति होंगे। अपने आत्मबल और प्रबल मानसिकता के बल पर आप जीवन में उच्च पद और प्रतिष्ठा प्राप्त करते जाएंगे। आपको पूर्वाभास शक्ति का वरदान रहेगा।
जीवन में प्रेंम-प्रसंगों की अधिकता रहेगी, लेकिन किसी का भी आपके जीवन पर स्थाई प्रभाव नहीं पडे़गा। आपको हमेशा ऐसे कार्यों की ओर हाथ बढ़ाना चाहिए जिनका सीधा सम्बध जनसंपर्क से हो। आप किसी भी कार्य को करने में हताशा या निराशा नहीं होंगे। कारकपति चंद्र और नेपच्यून के साथ वर्ष पति मंगल आपको कई बार विषम परिस्थितियोें में फंसा देंगे, लेकिन आप साहस के साथ उसका सामना करते रहेंगे और सफलताएं आपको ही प्राप्त होगी।
यदि आप जनवरी माह की उपर्युक्त तारीखों 2, 11, 20 और 29 में पैदा हुए हों तो चंद्र और नेपच्यून के साथ शनि का योग बनेगा और ऐसे में मंगल रूकावटें और अस्थिरता पैदा करेगा, किंतु आर्थिक स्थिति सबल ही रहेगी। कारक पति चंद्र और नेपच्यून के साथ शनि ही आपके स्वामी होंगे। यद्यपि मंगल की युति यहां भी परेशानियां पैदा करेगी, किंतु फरवरी माह में आपको हमेशा सफलता दिलाएगी। आपको जो भी कार्य करना हो अथवा निर्णय लेना हो, ले सकते है, सफलताएं अवश्यंभावी है। यदि आप जीवन के 2 मूलांक वाले वर्षों में चल रहे हों तो समय अच्छा रहेगा। हर क्षेत्र से सार्थक परिणाम प्राप्त होंगे।
यदि आप मार्च की उपर्युक्त तारीखों में पैदा हुए हैं तो चंद्र और नेपच्यून के साथ देवगुरू बृहस्पति की युति अति लाभप्रद सिद्ध होगी। इन्ही के साथ गुरू भी आपके कारक ग्रह हैं। अतः मंगल यहां पर सुपरिणाम ही दिलायेगा। आपको प्रशासनिक पदों का लाभ प्राप्त होगा। शिक्षण कार्य, न्यायाधीश, वकील तथा किसी भी तरह के आध्यात्मिक कार्यों में विशेष सफलताएं प्राप्त होगी।
यदि आप अप्रैल माह के उपर्युक्त तारीखों में पैदा हुए हैं तो कारक पति चन्द्र और नेपच्यून के साथ पृथ्वीपुत्र मंगल भी आपका कारक ग्रह हैं। वर्ष पति भी मंगल ही होने के कारण यह दोहरे प्रभाव से बना हुआ योग प्रशासन, शीघ्र कार्य तथा खेल के क्षेत्र में महत्वपूर्ण उपलब्धियां दिलाएगा। आप किसी भी तरह का कार्य करें अथवा निर्णय लें उसके परिणाम सार्थक और लाभप्रद सिद्ध होंगे।
यदि आप मई माह की उपर्युक्त तारीखों में पैदा हुए हैं तो चन्द्र और नेपच्यून के साथ असुर गुरू शुक्र का प्रभाव भी आपके जीवन में हमेंशा लाभप्रद भूमिका निभायेगा। यह आपको कलाप्रिय और भौतिकवादी बनाएगा। फिल्म व्यवसाय, होटल-रेस्टोरेंट अथवा किसी भी तरह के मनोरंजन कार्य अच्छे रहेंगे। वर्ष पति मंगल की युति सामान्य असरदार रहेगी। आप एकाग्र होकर अपनी कर्म-रेखा पर ध्यान दें।
यदि आप जून के माह की उपर्युक्त तारीखों में पैदा हुए है तो चन्द्र और नेपच्यून के साथ-साथ युवराज बुध का प्रभाव आपके जीवन पर बना रहेगा। यह आपको उच्च विचारधारा और नैसर्गिक प्रतिभा का धनी बनाएगा। वर्ष पति मंगल के साथ यह युति असामान्य परिस्थितियां पैदा करेगी, लेकिन यदि आपका निश्चय दृढ़ रहेगा तो आप असफल नहीं होंगे। शिल्पकला में लाभ तथा चित्रकारी के लिए यह योग श्रेयस्कर रहेगा।
यदि आप जुलाई के माह की उपर्युक्त तारीखों में पैदा हुए है तो आपको कारक पति के साथ-साथ सूर्य की युति लाभ मार्ग प्रशस्त करेगी। मंगल का प्रभाव वैवाहिक अथवा प्रेम-संबधों में दूरियां लाएगा।
रचनात्मक तथा सृजनात्मक कार्यों में लाभ प्राप्त होगा। इस अवधि में यदि सर्विस हेतु आवेदन करना चाहें तो श्रेयस्कर रहेगा।
यदि आप अगस्त के माह की उपर्युक्त तारीखों में पैदा हुए है तो आपको चंद्र, नेपच्यून और सूर्य देवता का प्रभाव प्राप्त होगा। मंगल की युति यहां पर मित्रवत संबध बनाएगी। अतः आपको लाभ के नए-नए स्रोत्र प्राप्त होंगे। किन्तुं व्यय की अधिकता रहेगी और अर्थ संचय में परेशानी रहेगी। संबंध अधिकाधिक बनेंगे। पूर्वाभास शक्ति अधिक बढ़ेगी।
यदि आप सितम्बर के माह की उपर्युक्त तारीखों में पैदा हुए है तो आपका कारक ग्रह चंद्र और नेपच्यून की युति बुध के साथ अच्छी रहेगी। सामजिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी, मंगल के साथ यह युति तनाव पैदा करेगी। रक्षा विभागों अथवा केन्द्र सरकार के प्रमुख पदों को आप सुशोभित करते रहेंगे।
यदि आप अक्टूबर के माह की उपर्युक्त तारीखों में पैदा हुए है तो आपके कारक ग्रह चंद्र और नेपच्यून के साथ शुक्र की युति सुपरिणाम दिलाएगी। आप किसी को भी ऋण देते समय विशेष सावधानी बरतें, अन्यथा आपका दिया गया पैसा वापस नहीं आएगा।
यदि आपका जन्म नवम्बर माह में हुआ है तो चंद्र और नेपच्यून के साथ गुरू की युति से स्वास्थ्य के प्रति सतर्क रहें।
यदि आपका जन्म दिसम्बर माह की उपर्युक्त तारीखों को हुआ हो तो गुरू की युति से स्वास्थ्य के प्रति सतर्क रहें।
कारकपति चंद्र और नेपच्यून के साथ-साथ गुरू की युति (जो कि आप के कारक ग्रह हैं।) अधिकाधिक लाभ दिलाएगी।
यहां पर पति मंगल की युति आपको प्रशासनिक क्षेत्रों में लाभ दिलाएगी। आप जिस क्षेत्र में भी चाहेंगे सफलाताएं अवश्यंभावी हैं। आपके जीवन में फरवरी जुलाई और नवम्बर के माह अधिक लाभप्रद सिद्ध होंगै।
वर्ष के किसी भी माह की 2, 11, 20 तारीखें अति लाभप्रद सिद्ध होंगी।
सोमवार तथा बुधवार इस अंक वालों के शुभ दिन है।
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