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जानिये जिन व्यक्तियों का जन्म (05, 14, 23) हुआ है उनका मूलांक 5 है

जानिये जिन व्यक्तियों का जन्म (05, 14, 23) हुआ है उनका मूलांक 5 है
अध्यात्म

अंक 5 (05, 14, 23)

शुभ दिनबृहस्पतिवार, शनिवार
शुभ मासजनवरी, मार्च, मई, जुलाई
वर्ष का श्रेष्ठ समयः प्रत्येक कैलेंडर वर्ष में 10 जुलाई से 19 सितम्बर के मध्य।

चंद्रपुत्र युवराज बुध का प्रभाव आपको जीवनपर्यन्त सफलताएं दिलाता रहेगा। यदि आप किसी भी माह की उपर्युक्त तारीखों में पैदा हुए हैं तो आपका मूल्यांक और भाग्यांक 5 होगा। जिसके स्वामी सौम्य ग्रह बुध देव हैं। वर्ष क अधिपति मंगल होने के कारण यह आप में नैसर्गिक प्रतिभाओं का अधिकाधिक विकास कराएगा। आपका मूलांक विद्या की दृष्टि से अति महत्वपूर्ण है।
आप में विद्या की अधिकता रहेगी। स्वास्थ्य की दृष्टि से आपको जलीय बीमारियों तथा गले की बीमारियों से सावधान रहना पड़ेगा। स्वभाव से आप कल्पनाशील, भावुक और संवेदनशील विचारों के धनी होंगे।

जीवन में आप एक बार जो ठान लेंगे, उसे पूरा करके ही छोड़ेगे। आप अपनी सौम्य तथा सरस वाणी से दूसरों की अपनी ओर आकर्षित कर लेंगे। एक बार आप जहां पर अपना वक्तव्य दें देंगे, वही पर लोग आपके दीवाने बन जाएंगे। यहीं कारण है कि आपके जीवन में मित्रों की संख्या अधिक रहती है।

आप व्यापार प्रधान मस्तिष्क वाले व्यक्तित्व के धनी होंगें। अधिक सीधा होना तथा दूसरे लोगों पर शीघ्रता से विश्वास कर लेना आपको नुकसान क तरफ ले जाएगा। अपनी सचरित्रता, कर्तव्यपरायणता तथा ईमानदारी की वजह से आप समाज मे महत्वपूर्ण स्थान बना लेंगे। आप जरूरत से ज्यादा व्यय करते रहते हैं जिसके परिणामस्वरूप शीघ्रता से तंगी आ जाती है। जीवन में सफलताओं का दौर 23वें वर्ष से शुरू होगा, किन्तु 32वें वर्ष से आप अधिक सफलता प्राप्त करना आरम्भ कर देंगे। आपकी सबसे बड़ी परेशानी यह है कि आप उतावलापन अथवा जल्दबाजी अधिक दिखाते हैं जिसके फलस्वरूप स्वयं ही कठिनाइयां सहनी पड़ती है।

साहित्य, संगीत और कला के क्षेत्र में आपकी गहरी रूचि रहेगी। एक कुशल लेखक तथा दार्शनिक के रूप में आपको भारी सफलता हासिल होगी। राजनीति तथा कानूनी कार्य अथवा क्षेत्रों में आप काफी सफलता प्राप्त करेंगे। कार्य-क्षेत्र की दृष्टि से आपको इंजीनियरिंग, सेल्समैन, सलाहकार, सचिव, पद, राजदूत, बैंकिग कार्य हमेशा अच्छा रहेगा। न्यायाधीश, वकील और प्राध्यपक के रूप में भी आप कामयाब रहेंगे। विपरीत लिंग के प्रति आपका अधिक आकर्षण रहेगा। जीवन में एक से अधिक सम्बन्धों का योग बना रहता है।

यदि इस अंक वाले व्यक्ति का जन्म जनवरी-फरवरी माह में उपर्युक्त तारीखों को हुआ है तो युवराज बुध के साथ-साथ सूर्यपुत्र शनि का प्रभाव आपके जीवन में पड़ेगा। मंगल के साथ यह युति प्रतिक्षित परिणामों से छुटकारा दिलाएगी। आपको हर प्रकार से लाभ होगा, किन्तु गुप्त रोगों से बचने का प्रयत्न करें। जिन लोगों की आप मदद करेंगे वे ही आपको नीचा दिखाने की कोशिश करेंगे।

यदि इस अंक वाले व्यक्ति का जन्म मार्च माह की उपर्युक्त तारीखों में हुआ है तो युवराज बुध के साथ-साथ देव गुरू बुहस्पति भी आपकों प्रभावित करेंगे। यह योग आपको समाज में प्रतिष्ठा और ख्याति दिलाएगा, वर्ष पति के साथ यह युति अति लाभप्रद परिणाम दिलाएगी।

यदि इस अंक वाले व्यक्ति का जन्म अप्रैल के महीने में हुआ है तो बुध की युति राशिपति और वर्ष पति मंगल के साथ होगी। यह आप में निरंकुश शासन करते की प्रवृत्ति लाएगा। आप अपने ऊपर किसी का प्रभाव अथवा वर्चस्व स्वीकार नहीं करेंगे। आपको चाहिए कि अपने क्रोध पर नियंत्रण रखें और धोखाधड़ी से बचते रहें।

यदि इस अंक वाले व्यक्ति का जन्म मई माह की उपर्युक्त तारीखों में हुआ है तो बुध के साथ-साथ शुक्र का प्रभाव आपको भौतिक, सौंदर्य, मंत्रत एवं ज्योतिष, जादू तथा कलात्मक कार्यों में सफलता प्रदान करेगा। मंगल के साथ यह युति आपको अच्छे परिणाम दिलाएगी। लेखन, प्रकाशन और संपादन कार्यों में सफलता प्राप्त होगी।

यदि इस अंक वाले व्यक्ति का जन्म जून माह की उपर्युक्त तारीखों में हुआ है तो आपके कारक ग्रह बुध स्वयं राशिपति होकर दोहरे प्रभाव से प्रभावित करेगा। आप जैसा भी निर्णय लेना चाहेंगे वह श्रेयस्कर रहेगा। मंगल के साथ यह युति लाभ ही देगी। सर्विस हेतु आवेदन अवश्य करें। विदेश अथवा वायुयान से संबधित क्षेत्रों में लाभ प्राप्त होगा।

यदि इस अंक वाले व्यक्ति का जन्म जुलाई माह की उपर्युक्त तारीखों में हुआ है तो बुध के साथ-साथ चन्द्र की युति आपको सामाजिक कार्य, मनोरंजन तथा ललित कलाओं की ओर प्रेरित करेगी। सौंदर्य से सम्बंधित वस्तुओं का लाभ प्राप्त होगा। मंगल के साथ यह युति पारिवारिक संबंधों में कटुता लाएगी। कमीशन अथवा दलाली के कार्य अच्छे रहेंगे।

यदि इस अंक वाले व्यक्ति का जन्म अगस्त माह की उपर्युक्त तारीखों में हुआ है तो बुध के साथ-साथ सूर्य भी आपके कारक ग्रह हैं। इसका प्रभाव आपको धन और समृद्धि प्रदान करेगा। मंगल के साथ यह युति प्रबल शक्तिदायक सिद्ध होगी। शीघ्रपरक और आविष्कारक कार्य हमेशा अच्छे रहेंगे। प्रमोशन होगा और गरिमा में वृद्धि होगी।

यदि इस अंक वाले व्यक्ति का जन्म सितम्बर माह की उपर्युक्त तारीखों में हुआ है तो युवराज बुध के दोहरे प्रभाव से आप समाज में उच्च सम्मान अर्जित करेंगे। एक कुशल शिल्पकार, गीतकार और संगीतकार के रूप में आपकी ख्याति बढ़ेगी। कानूनी कार्य, स्टेनोग्र्राफर, सलाहकर और ऐसे ही अन्य सेवा कार्यों में विशेष कार्यों में विशेष सफलता प्राप्त करेंगे। वर्ष पति मंगल आपको हानि नहीं पहुंचा सकते।

यदि इस अंक वाले व्यक्ति का जन्म अक्टूबर माह की उपर्युक्त तारीखों में हुआ है तो आपके कारक ग्रह बुध देव के साथ-साथ शुक्र देव भी हैं। यह युति आपको आभुषणों के व्यवसाय, खाद्य पदार्थ, होटल, रेस्टोरेन्ट तथा सिनेमा आदि के क्षेत्रों में सुफलता प्रदान करेगी। मंगल के साथ यह युति प्रशासनिक पद तथा वाहन सुख दिलाएगी।

यदि इस अंक वाले व्यक्ति का जन्म नवम्बर माह की उपर्युक्त तारीखों में हुआ है तो युवराज बुध के साथ-साथ अदम्य साहसी व पराक्रमी ग्रह पृथ्वीपुत्र मंगल का दोहरा प्रभाव सफलता प्रदान करेगा। आप वाणीकुशल, नीतिवान, त्यागी तथा आध्यात्मिक विचारधारा वाले व्यक्ति होंग।

कला, संगीत, काव्य-लेखन और शोध कार्य आपके लिए अति लाभप्रद रहेंगे। आप अपनी भावुकता तथा उदारता पर नियंत्रण रखें अन्यथा हानि का सामना करना पड़ेगा।

यदि इस अंक वाले व्यक्ति का जन्म दिसम्बर माह की उपर्युक्त तारीखों में हुआ है तो आपको बुध के साथ-साथ देवगुरू बृहस्पति का प्रभाव भी प्राप्त होगा। यह योग आपको दबंग विचारों तथा कठोर निर्णय लेने वाला, उत्साही और विद्धान बनाएगा। मंगल के साथ यह युति आप में और भी अधिक लाभप्रद संभावनएं पैदा करेगी। आपको चाहिए कि इस अवधि में सर्विस हेतु आवेदन अवश्य करें। पुत्र-संतान प्राप्ति अथवा प्रादुर्भाव का योग बना है।

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