ललितपुर: जिलाधिकारी द्वारा शीतकालीन भ्रमण के दौरान राजस्व ग्राम भैलवारा का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने ग्राम में स्वच्छ भारत मिशन के अन्तर्गत निर्मित शौचालयों को देखा। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी महोदय को बताया गया कि ग्राम में कुल 70 शौचालयों का लक्ष्य रखा गया है, जिसमें से 46 शौचालयों का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है, 09 का निर्माण कार्य प्रगति पर है तथा 15 शौचालय प्रस्तावित हैं।
राजस्व ग्राम भैलवारा में बनाये गये शौचालयों की ऊंचाई कम होने तथा शौचालयों के हवादार न होने पर उन्होंने एडीओ पंचायत से शौचालयों में सुधार करने के निर्देश दिये। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने लाभार्थियों से शौचालय निर्माण के बारे में पूछताछ की तथा लाभार्थियों को शौचालयों के उपयोग हेतु प्रेरित भी किया।
इसके उपरान्त जिलाधिकारी द्वारा ग्राम में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत निर्माणाधीन आवासों का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी को अवगत कराया गया कि ग्राम में प्रधानमंत्री आवास हेतु 08 आवासों का लक्ष्य रखा गया है, जिनका निर्माण कार्य छत स्तर तक पूर्ण हो चुका है, जिस पर जिलाधिकारी ने सम्बंधित को शेष कार्य जल्द पूर्ण कराने के निर्देश दिये गये।
निरीक्षण के उपरान्त ग्राम भैलवारा में जिलाधिकारी श्री मानवेन्द्र सिंह की अध्यक्षता में संध्याकालीन जन चौपाल का आयोजन किया गया। चौपाल के दौरान बताया गया कि ग्राम भैलवारा से बम्हौरी कलां तक 02 कि0मी0 सम्पर्क मार्ग पूर्व से कच्चा है जो कि खराब हालत (मरम्मत योग्य) है। विद्युत विभाग की समीक्षा के दौरान बताया गया कि ग्राम भैलवारा विद्युतीकृत है, ग्राम में 02 ट्रांसफार्मर तथा 10 पोल स्थापित है।
शिक्षा विभाग की समीक्षा के दौरान बताया गया कि ग्राम में एक प्राथमिक विद्यालय संचालित है, जिसमें कुल 47 छात्र अध्ययनरत हैं, जिन्हें पुस्तक, बैग, ड्रेस तथा जूता-मौजा वितरण हो चुका है एवं मिड डे मील का वितरण नियमित रूप से हो रहा है। स्वच्छ पेयजल एवं हैण्डपम्प स्थापना के तहत बताया गया कि ग्राम में 05 हैण्डपम्प पूर्व से स्थापित हैं जो चालू हालत में हैं।
इसके उपरान्त मनरेगा के तहत जानकारी दी गयी कि ग्राम भैलवारा कुल जॉबकार्डों की संख्या 80 है, जिसमें से 55 सक्रिय हैं। माह नवम्बर 2017 तक कुल 1975 मानव दिवस सृजन का लक्ष्य प्राप्त है, जिसमें से दिनांक 27.12.2017 तक 1197 मानव दिवस सृजित किये जा चुके हैं। इसके उपरान्त जिलाधिकारी द्वारा समस्त प्रकार की पेंशनों की समीक्षा की गयी, समीक्षा के दौरान लाभार्थियों की सूची को ग्रामवासियों के मध्य पढ़कर सुनाया गया तथा उसका भौतिक सत्यापन भी कराया गया, जिसमें बताया गया कि राजस्व ग्राम भैलवारा में निराश्रित महिला पेंशन के 08, विकलांग पेंशन का 01 तथा वृद्धावस्था पेंशन के 02 लाभार्थी हैं तथा सभी को नियमित रूप से पेंशन मिल रही है।
खाद्यान्न वितरण के बारे में बताया गया कि ग्राम में उचित दर विक्रेता श्रीमती गायत्री तिवारी खाद्यान्न का वितरण करती हैं। ग्राम में पात्र गृहस्थी कार्डधारकों की संख्या 58 तथा अन्त्योदय कार्डधारकों की संख्या 21 है, जिन्हें खाद्यान्न का वितरण किया जाता है। महिला एवं बाल विकास परियोजना के तहत बताया गया कि ग्राम में आंगनबाड़ी केन्द्र प्राथमिक विद्यालय में संचालित है। इस आगनबाड़ी केन्द्र पर कार्यकत्री श्रीमती नीलम अहिरवार तैनात हैं।
चौपाल के दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा चिकित्सा विभाग की योजनाओं के बारे में ग्रामवासियों को जानकारी दी गयी। जिलाधिकारी ने ग्राम की ए0एन0एम0 श्रीमती मीना सिंह एवं आशा श्रीमती रश्मि को बुलाकर उनके द्वारा किये गये कार्यों की समीक्षा की।
समीक्षा के दौरान जननी सुरक्षा योजना के तहत प्रसुति उपरान्त मिलने वाली धनराशि की जानकारी ली तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि प्रसव के उपरान्त उसी माह में प्रसुता के खाते में धनराशि भेज दी जाये। चौपाल में मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना की जानकारी ग्रामीणों को दी गयी।
यह योजना हालही में संचालित की गयी है। इसके तहत प्रथम गर्भवती महिला को 05 हजार रूपये की धनराशि तीन किस्तों में दी जाती है, जिसके लिए महिला को पंजीकरण कराना अनिवार्य है।
इस अवसर पर दिव्यांग जन सशक्तीकरण विभाग तथा महिला कल्याण विभाग द्वारा लाभार्थियों के चिन्हीकरण हेतु कैम्प लगाये गये थे, जिसमें उक्त विभागों से चलायी जाने वाली लाभार्थीपरक योजनाओं से वंचित रह गये लाभार्थियों का चिन्हांकन किया गया।
जिलाधिकारी के निर्देश पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय द्वारा राजस्व ग्राम भैलवारा में महिलाओं के हीमोग्लोबीन स्तर की जांच हेतु कैम्प लगाया गया था, जिसमें लैब टेक्नीशियन मनीष पटवारी द्वारा कुल 21 महिलाओं के रक्त के नमूने एकत्र किये गये एवं उनमें हीमोग्लोबीन की जांच की गयी।