नई टिहरी: मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने जिला कार्यालय सभागार टिहरी में अधिकारियों के साथ जिला स्तरीय समीक्षा बैठक की। उन्होंने जनपद के काश्तकारों की आर्थिकी बढाने के लिए योजनाएं बनाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि पहाड़ से पलायन रोकने के लिए स्वास्थ्य, शिक्षा और रोजगार की दिशा में सरकार निरंतर प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि काश्तकारों को उनके द्वारा उत्पादित फसलों का सही मूल्य मिले इसके लिए क्लस्टर आधारित योजनायें बनाकर धरातल पर उतारी जाएं। उन्होंने जिलाधिकारी को निर्देश दिए कि जनपद में स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए ऐलोपैथिक, आयुर्वेदिक और हौम्योपैथिक चिकित्साधिकारियों की संयुक्त बैठक कर स्वास्थ्य सुविधाओं से वंचित क्षेत्रों में, उपलब्ध चिकित्सकों व संसाधनों के अनुसार व्यवस्था सुनिश्चित की जाएं। बैठक शुरु होने से पूर्व मुख्यमंत्री ने भारत रत्न पं0 गोविन्द बल्लभ पंत की जयंती पर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किये।
जिला कार्यालय सभागार में अयोजित समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने पर्यटन के लिए नये क्षेत्रों की तलाश एवं ग्रामीण पर्यटन को प्रोत्साहन देने की दिशा में कार्य करने के लिए पर्यटन विभाग को निर्देश दिये। उन्होंने स्थानीय संस्कृति को प्रोत्साहन देने के लिए योजनाएं बनाने के निर्देश दिये, ताकि जो लोग अपने घरों से बाहर रहते है या पलायन कर गये है, उनको घर वापसी के लिए प्रोत्साहित किया जा सके।
उन्होने कहा कि ग्रामीण पर्यटन को प्रोत्साहन देने के लिए उत्तराखण्ड की संस्कृति से निर्मित भवनो में आधुनिक सुविधायें उपलब्ध करायी जाएं। साथ ही, पर्वतारोहण के लिए पंवालीकांठा, सहस्त्रताल सहित ऐसे अन्य क्षेत्र जो अभी तक पर्यटन के नक्शे पर नही आ पाये हैं, को भी साहसिक पर्यटन के रूप में सोशल मीडिया व इंटरनेट के माध्यम से प्रचारित-प्रसारित किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि टिहरी झील को भी पर्यटकों के लिए आकर्षण का केन्द्र बनाने की दिशा में ठोस कार्यवाही की जा रही है। मुख्यमंत्री ने ग्रामीण क्षेत्रों में उपलब्ध कराये जाने वाले खाद्यान की गुणवत्ता व समय से उपलब्ध कराये जाने की दिशा में कार्य करने हेतु जिला पूर्ति अधिकारी को निर्देश दिये हंै। मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय खाद्यान योजना के अन्तर्गत दी जाने वाली सब्सिडी नवम्बर माह से सीधे लाभार्थी के खाते में डाली जायेगी तब तक सभी राशन कार्ड धारकों को आधार लिंक के साथ ही उनके बैंक खातों से जोडने का कार्य पूरा करने के निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री ने ला.ेनि.वि. के अधिकारियों को आपदा से क्षतिग्रस्त सड़कों को प्राथमिकता के आधार पर दुरुस्त करने तथा जो धनराशि अवमुक्त की गई है उसका भी समय से उपयोग करने के निर्देश दिए। उन्हांेने सकलाना क्षेत्र के हटवाल गाॅव में 2013 की आपदा के दौरान क्षतिग्रस्त झूला पुल को प्राथमिकता के आधार पर पूरा करने के निर्देश दिए ताकि क्षेत्र के लोगों को आवागमन के किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। समीक्षा के दौरान शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि प्राथमिक विद्यालयों में 10 से कम छात्र संख्या वाले 334 विद्यालय हैं। समाज कल्याण विभाग के द्वारा पेंशन पात्र व्यक्तियों को समय से मिले इसके लिए बैंक खातों को आधार से लिंक करने के लिए कैम्प लगवाने के भी निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री ने जंगली जानवरों से फसलों की रक्षा के लिए परीक्षण के तौर पर आसामी मिर्च जौलकिया के उत्पादन करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इसकी खुशबु से जंगली जानवर फसलों को क्षति नहीं पंहुचाएंगे। उन्होंने कहा कि मशरुम व व्यवसायिक खेती की भी क्लस्टर आधारित खेती करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि दुग्ध संघो में उत्पादकता बढाने के लिए पंवालीकांठा के लिए बनाये गये रोपवे का उपयोग कर गुज्जरों द्वारा उत्पादित दुध को संघ के माध्यम से संग्रह करने की दिशा में कार्य करें। उन्होंने मौके पर ही सहायक निदेशक दुग्ध को पंवालीकांठा क्षेत्र का भ्रमण कर वस्तुस्थिति जानकारी लेने के निर्देश दिए। इसके अलावा मत्स्य पालन, सिचांई, पशुपालन, सहकारिता, रेशम, खेलकूद, युवाकल्याण, वन विभाग सहित अन्य विभागों की समीक्षा की।
इस अवसर पर विधायक श्री धन सिंह नेगी, श्री शक्ति लाल शाह, जिलाधिकारी सोनिका, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बिमला गुंजियाल, सीडीओ आशीष भटगई सहित जिला स्तरीय अधिकारी भी उपस्थित थे।