नई दिल्ली: सड़क परिवहन एवं राजमार्ग, शिपिंग और रसायन एवं उर्वरक राज्य मंत्री श्री मनसुख एल. मंडाविया ने आज लोकसभा में एक लिखित प्रश्न के उत्तर में बताया कि यूरिया की अखिल भारतीय भारित औसत एमआरपी 71 पैसे प्रति बोरी घट गई है। अत: वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) से किसान सीधे तौर पर लाभान्वित हुए हैं। श्री मंडाविया ने यह भी कहा कि देशभर में सब्सिडी प्राप्त समस्त रासायनिक उर्वरकों की पर्याप्त उपलब्धता है और किसी भी तरह की किल्लत की कोई सूचना नहीं मिली है।
श्री मंडाविया ने कहा कि जीएसटी के अप्रत्यक्ष कर होने के नाते डीलर और निर्माता इसे सरकार के लिए संग्रहित करते हैं और फिर सरकारी खजाने में इसे जमा कर देते हैं। जीएसटी लागू होने से पहले विभिन्न राज्यों के किसान 1 प्रतिशत से लेकर 7 प्रतिशत तक की दरों से विभिन्न करों (उत्पाद शुल्क एवं वैट) का भुगतान करते थे। उन्होंने कहा कि उर्वरकों पर 5 प्रतिशत के एकसमान जीएसटी के लागू होने से विभिन्न राज्यों के किसान अब एकसमान कर राशि का भुगतान करने के लिए उत्तरदायी हैं। उन्होंने कहा कि जीएसटी के लागू होने के बाद ज्यादातर राज्यों में फॉस्फोरस और पोटाश युक्त उर्वरकों की कीमतें घट गई हैं।