देहरादून: तृतीय ‘अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस’ पर राजभवन में प्रातः साढे़ छः बजे से योग क्रियाओं/आसनों का अभ्यास शुरू हुआ। राज्यपाल डा0 कृष्ण कांत पाल तथा सचिव राज्यपाल रविनाथ रमन सहित राजभवन के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों ने देव संस्कृति विश्वविद्यालय के योग प्रशिक्षकों के सानिध्य में विभिन्न यौगिक क्रियायें और आसन किये।
योगाभ्यास के बाद राज्यपाल ने राज्य के सभी नागरिकों को योग दिवस की बधाई देते हुए कहा कि हमें गर्व है कि ‘देवभूमि उत्तराखण्ड’ से शुरू हुई योग की मुहिम आज अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर पहुंच गयी जिसका श्रेय हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को जाता है। सदियों से भारतीय संस्कृति का अभिन्न अंग और स्वस्थ जीवन जीने की कला योग आज प्रधानमंत्री के प्रयासों से फिर से विश्व में पुर्नस्थापित हो रही है। ‘योग’ पूरे विश्व को भारत द्वारा दिया गया ‘अमूल्य उपहार है। हमें संकल्प लेना है कि अपनी इस विशिष्टता को अक्षुण्ण रखने के लिए योग को स्वयं अपनाकर योग में निहित विश्व शान्ति, स्वास्थ्य और प्रेम की भावना का संचार योग का प्रसार कर करेंगे।
उन्होंने कहा कि योग आसन व्यक्ति की दिनचर्या को संतुलित बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जिसे व्यक्ति मानसिक और शाररिक रूप् से स्वस्थ और एकाग्र बनाता है।
उल्लेखनीय है कि राजभवन में विगत 12 जून से ही सभी कर्मियों को देव संस्कृति विश्वविद्यालय, ऋषिकेश-हरिद्वार के प्रशिक्षकों द्वारा योग की विभिन्न क्रियाओं/आसनों का अभ्यास कराया जा रहा था। आज योग दिवस के अवसर पर राजभवन में आयोजित कार्यक्रम में राजभवन कर्मियों को योग क्रिया कराने के बाद योग विद्या में निपुण इन प्रशिक्षार्थियों द्वारा योग के विभिन्न आसनों का अद्भुत प्रदर्शन भी किया गया। प्रस्तुतियों से अभिभूत होकर राज्यपाल ने इन सभी को प्रशस्ति पत्र प्रदान किये।