देहरादून: मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने मुख्यमंत्री आवास में जौनसार बावर सांस्कृतिक लोक कला मंच चकराता की प्रस्तुति ‘नमन उत्तराखण्ड’ का लोकार्पण किया। गीतकार एवं निर्देशक श्री नन्दलाल भारती ने जानकारी दी कि इस प्रस्तुति में विलुप्त हो रही पौराणिक विधाओं पर आधारित लोकगीतों का संकलन किया गया है।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि उत्तराखण्ड की लोक संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है। उत्तराखण्ड की प्राचीन संस्कृति एवं परम्पराओं को हमें मिलकर आगे बढ़ाना होगा। उन्होंने कहा कि श्री नन्दलाल भारती ने विलुप्त हो रही पौराणिक विधाओं पर आधारित जो लोकगीतों का संकलन किया है, यह हमारी पौराणिक धरोहरों एवं पौराणिक रीति-रिवाजों के प्रति युवाओं को प्रेरित करेगा। प्राचीन गीतों, नृत्यों एवं वाद्य यंत्रों को पुनर्जीवित कर उत्तराखण्ड की इन अनुपम धरोहरों का संरक्षण एवं संवर्द्धन करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि लोक संस्कृति एवं लोक कला की महत्ता को लोगों ने समझा और इसे बढ़ावा भी दिया है। कला और संस्कृति के क्षेत्र में लोगों में अपनत्व का भाव जगा है। उत्तराखण्ड की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए संस्कृति ग्राम बनाने का निर्णय लिया गया है। जिसमें एक ही स्थान पर उत्तराखण्ड की सम्पूर्ण संस्कृति, विभिन्न शैलियां, खानपान, पहनावा एवं धरोहर की झलक देखने को मिले।
गीतकार एवं निर्देशक श्री नन्दलाल भारती ने कहा कि ‘नमन उत्तराखण्ड’ आॅडियो गीत के माध्यम से उत्तराखण्ड का परिचय देने का प्रयास किया गया है। उत्तराखण्ड की परम्पराओं, संस्कृति, रहन-सहन, आस्था-विश्वास एवं रीति-रिवाजों को गीत के माध्यम से अभिव्यक्त करने का प्रयास किया गया है।