झारखंड: पूर्वी मध्य रेलवे के धनबाद डिवीजन में आने वाले गोमोह-बरककना सेक्शन में ट्रेनों की आवाजाही पूरी तरह से ठप हो गई। ऐसा माओवादियों के हमले की वजह से हुआ, जिसमें बोकारो जिले के डुमरी बिहार रेलवे स्टेशन पर करीब 100 नक्सलियों ने हमला कर दिया। नक्सलियों ने सभी कर्मचारियों को वहां से जाने के लिए कहा और एक मालगाड़ी के इंजन समेत पूरे स्टेशन को ही फूंक दिया। यही नहीं, नक्सलियों ने हमले वाली जगह के आसपास 40 केन बम भी लगा रखे थे, जिसकी सूचना समय रहते मिल गई और बड़े पैमाने पर जनहानि से बचना संभव हुआ।
रेलवे के सूत्रों के मुताबिक नक्सलियों की संख्या 100 के आसपास थी। नक्सली हथियारों से पूरी तरह से लैस थे। उन्होंने सभी कर्मचारियों को स्टेशन से भगा दिया और पूरे स्टेशन पर तोड़फोड़ करते हुए उसे आग के हवाले कर दिया। इस दौरान एक ट्रेन के इंजन को आग लगा दिया, तो रेलवे की महत्वपूर्ण संपत्तियों को नष्ट कर दिया। नक्सली जाते समय ट्रेन के ड्राइवर का वॉकी-टॉकी भी ले गए। नक्सलियों के इस हमले की वजह से कई ट्रेनें घंटों तक खड़ी रहीं,तो कईयों को रद्द करना पड़ा।
बोकारो के डीआईजी साकेत कुमार सिंह ने एसपी वाई एस रमेश और रेलवे के धनबाद डिविजनल मैनेजर के साथ दौरान किया। बाद में एसपी वाई एस रमेश ने कहा कि माओवादियों के भागने के संभावित रास्तों को सील कर दिया गया है। हम जल्द ही बड़े पैमाने पर नक्सलियों का सफाया करेंगे।
एसपी वाई एस रमेश ने कहा कि नक्सलियों की योजना बड़े पैमाने पर सुरक्षाबलों को निशाना बनाने की थी। इसके लिए नक्सलियों ने 40 केन बम प्लांट किए थे, पर खुफिया जानकारी मिलने के बाद सभी बमों को डिफ्यूज कर दिया गया। बहरहाल, आज यानि शुक्रवार को रेलवे की सेवाएं बहाल कर दी गईं।