पूर्व नंबर वन स्विस टेनिस स्टार मार्टिना हिंगिस ने तीसरी और आखिरी बार अपने संन्यास की घोषणा कर दी। 1990 के दशक में महज 15 साल की उम्र में विंबलडन(डबल्स) जीत कर इतिहास रचने वाली हिंगिस 20 साल बद डबल्स में नंबर वन होने के साथ टेनिस कोर्ट को अलविदा कहने जा रही है।
37 साल की स्विस खिलाड़ी इससे पहले दो बार संन्यास ले चुकी थी। 2007 में कोकीन के लिए किए गए टेस्ट में पॉजीटिव पाए जाने के बाद उन्होंने खेल छोड़ने की घोषणा की थी। लेकिन अब उन्होंने कहा है कि सिंगापुर में चल रहा डब्ल्यूटीए फाइनल्स उनका अंतिम टूर्नामेंट होगा।
हिंगिस ने चान यंग जान के साथ मिलकर अन्ना लेना ग्रोनफील्ड और क्वेटा पाश्क को युगल में 6-3, 6-2 से हराने के बाद पत्रकारों से कहा, ‘‘मुझे लगता है कि इस बार निश्चित है। यह अलग हटकर है क्योंकि इससे पहले जब मैंने संन्यास लिया था तो यह सोच रही थी कि मैं वापसी कर सकती हूं। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘इस सत्र के बाद मुझे लगता है कि यह अलविदा कहने का सही समय है। आप जब शीर्ष पर होते हो तो तब खेलना छोड़ना चाहते हो ना कि तब जबकि आप संघर्ष कर रहे होते हो। ’’
हिंगिस का करियर
15 साल की उम्र में ग्रैंड स्लैम जीतने के बाद हिंगिस ने 1997 में सभी चारों ग्रैंड स्लैम अपने नाम कर करियर स्लैम के साथ नया जीत का नया रिकॉर्ड बनाया था। हिंगिस सबसे कम उम्र में नंबर वन बनने वाली महिला खिलाड़ी भी बनी थी।
अपने करियर में हिंगिस ने कुल सात सिंगल्स ग्रैंड स्लैम जीते। जबकि 13 बार डबल्स में बाजी मारी। वापसी के बाद मिक्स्ड डबल्स में भी हिंगिस का जलवा रहा और उन्होंने कुल सात ग्रैंड स्लैम अपने नाम किए। हिंगिस ने अपने करियर में कुल 43 WTA और दो ITF खिताब जीते।
हिट रही पेस और सानिया के साथ जोड़ी
दूसरी बार वापसी करने के बाद हिंगिस ने डब्लस में खेलना उचित समझा और भारत के दो बड़े टेनिस स्टार लिएंडर पेस और सानिया मिर्जा के साथ जोड़ी बनाई। पेस के साथ उन्होंने 2015 में फ्रेंच ओपन के अलावा सभी तीनों ग्रैंड स्लैम जीते। फ्रेंच ओपन का सपना उन्होंने 2016 में पूरा किया। वहीं महिला डबल्स में उन्होंने सानिया मिर्जा के साथ 2015 में उन्होंने विंबलडन और यूएस ओपन का खिताब जीता तो 2016 में दोनों ने ऑस्ट्रेलियन ओपन जीता।