रेल में यात्रा करने वाले लोगों के लिए एक राहत भरी खबर है। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने यात्री किराए को लेकर कड़ा स्टैंड लिया है। रेल मंत्री पीयूष गोयल रेलवे में डायनमिक प्राइसिंग के सख्त खिलाफ हैं और इसे लागू करने से मना भी कर चुके हैं।
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने एयरलाइन्स की तर्ज पर रेलवे में डायनमिक प्राइसिंग लगाने की खबरों को विराम दे दिया है। उन्होंने रेलवे में डायनमिक प्राइसिंग को लागू करने के विचार को सिरे से खारिज कर दिया है।
वहीं रेल मंत्री ने फ्लैक्सी फेयर स्कीम की निगरानी के लिए भी एक कमेटी से फिर से रिपोर्ट तैयार करने की बात कही है। फ्लेक्सी फेयर से यात्रियों पर कितना असर पड़ता है इसे जानने के लिए साल 2017 में एक कमेटी बनाई गई थी, इस बारे में कमेटी ने 15 जनवरी को अपनी रिपोर्ट भेज दी थी। कमेटी ने एक्सप्रेस और मेल ट्रेनों में डायनमिक प्राइसिंग लागू करने का सुझाव दिया था।
कमेटी के सुझाव में टिकटों पर फ्लेक्सी किराया बढ़ाने के कई उपाय बताए गए हैं, जैसे त्योहारों के समय अधिक कीमत, लोअर बर्थ के लिए अतिरिक्त चार्ज, कम समय में पहुंचाने वाली ट्रेन का ज्यादा किराया आदि शामिल हैं। कमेटी ने अपने सुझाव में कहा है कि ट्रेन का किराया हवाई उड़ानों की तरह यात्रा के दिन करीब आने के साथ बढ़ता जाएगा।
रेलमंत्री पीयूष गोयल कमेटी की सिफारिशों से खुश नहीं हैं और उन्होंने कमेटी से इस विषय में दोबारा रिपोर्ट तैयार करने की बात कही है। इस कमेटी में रेलवे बोर्ड के अधिकारी और नीति आयोग के भी वरिष्ठ सदस्य शामिल हैं।
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