नई दिल्लीः केंद्रीय संस्कृति राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन, मंत्री डा. महेश शर्मा ने संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन/ यूनेस्को द्वारा ओमान की राजधानी मस्कट में 11 व 12 दिसम्बर, 2017 को आयोजित दूसरे विश्व पर्यटन व संस्कृति सम्मेलन में भारतीय प्रतिनिधि मंडल का नेतृत्व किया। सतत पोषणीय विकास इस सम्मेलन का मुख्य विषय है।
मंत्री स्तरीय वार्ता के दौरान पर्यटन, संस्कृति और सतत विकास विषय पर बोलते हुए डा. महेश शर्मा ने कहा कि भारत का दृष्टिकोण प्रकृति और भारतीय सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करते हुए विकास करना है। सम्मेलन के अन्य मुख्य विषय है शान्ति व समृद्धि के घटक के रूप में संस्कृति और पर्यटन, विकास और सांस्कृतिक विरासत का संरक्षण, शहरी विकास व रचनात्मकता तथा संस्कृति और पर्यटन के क्षेत्र में सांस्कृतिक स्थलों की पहचान। सम्मेलन में 2030 के एजेंडे को भी अंतिम रूप दिया गया।
अपनी मस्कट यात्रा के दौरान डा. महेश शर्मा ने भारत और ओमान के मध्य संस्कृति और पर्यटन के क्षेत्र में द्विपक्षीय सहयोग पर भी चर्चा की। उन्होंने ओमान के पर्यटन मंत्री श्री अहमद बिन नसीर बिन हमद अल-मेहरजी के साथ पर्यटन के क्षेत्र में आपसी सहयोग पर चर्चा की तथा एक समझौता ज्ञापन को अंतिम रूप दिया। भारत से परिचित होने के कारण तथा चिकित्सा व उपचार के लिए ओमान के लोग भारत की यात्रा करते है।
डा. महेश शर्मा ने ओमानके विरासत व संस्कृति मंत्री एच. एच. सैयद हितम बिन तारिक अल सैद के साथ मुलाकात की और दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ाने के लिए चर्चा की। उन्होंने ओमान के मंत्री मंडल के उप प्रधानमंत्री श्री एच. एच. सैय्यद फहद बिन महमूद अल सैद के साथ एक संक्षिप्त मुलाकात में दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी बढ़ाने के उपायों पर चर्चा की। सम्मेलन के मौके पर डा. महेश शर्मा ने तुर्की के संस्कृति और पर्यटन मंत्री के साथ एक द्विपक्षीय बैठक में भाग लिया और पर्यटन व संस्कृति के क्षेत्र में आपसी सहयोग बढ़ाने के लिए दोनों नेताओं ने एक संयुक्त समिति के गठन पर सहमति व्यक्त की।
ओमान में एक बड़ा भारतीय समुदाय है और इसकी आबादी लगभग 0.8 मिलियन है। मंत्री महोदय के सम्मान में 12 दिसम्बर को ओमान में भारत के राजदूत श्री इन्द्र मणि पाण्डे ने भारतीय दूतावास में एक कार्यक्रम आयोजित किया। इस अवसर पर डा. महेश शर्मा ने भारतीय समुदाय को संबोधित किया। भारतीय समुदाय को आमंत्रित करते हुए श्री इन्द्र मणि पाण्डे कहा कि उन्हें तेजी से बढ़ती भारतीय अर्थव्यवस्था में निवेश करना चाहिए और ‘मेक इन इंडिया’, स्वच्छ भारत, डिजिटल भारत, कौशल भारत जैसे सरकार के प्रमुख कार्यक्रमों में भाग लेना चाहिए। उन्होंने माननीय प्रधान मंत्री द्वारा शुरू की गई 2022 तक नए भारत के निर्माण के अभियान में शामिल होने के लिए भी समुदाय को आमंत्रित किया।