लखनऊ: चिकित्सा एवं स्वास्थ्य राज्यमंत्री, डा0 महेन्द्र सिंह ने गोलागंज स्थित वीरांगना अवंतीबाई महिला चिकित्सालय में 0-5 वर्ष के शिशुओं को पोलियो की खुराक पिलाकर पोलियो बूथ का शुभारम्भ किया। उन्होंने अभिभावकों से अपील की कि वे ज्यादा से ज्यादा अपने बच्चों को पोलियो ड्राप पिलवाने में सहयोग करें।
उद्घाटन के बाद डा0 महेन्द्र सिंह ने कहा कि दो बूंद पोलियों खुराक से जीवन बचाया जा सकता है। स्वस्थ बच्चे ही किसी भी देश का भविष्य होते हैं। उन्होंने कहा कि पोलियो खुराक से बच्चों में रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास होता है तथा बच्चों को अन्य बीमारियों से भी बचाया जा सकता है। उन्होंने लोगों से इस पल्स पोलियो प्रतिरक्षण अभियान को सफल बनाने की अपील की।
डा0 महेन्द्र सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने हेतु दृढ़ संकल्पित है। उन्होंने कहा कि 07 अप्रैल, 2010 से उ0प्र0 में एक भी पोलियों के केस नहीं मिले हैं तथा 27 मार्च 2014 से ही डब्लू0एच0ओ0 द्वारा भारत को पोलियों मुक्त घोषित किया जा चुका है।
डा0 सिंह ने बताया कि प्रदेश में 0-5 वर्ष तक के लगभग 03 करोड़ 40 लाख बच्चे लक्षित किए गए हैं। प्रदेश में 01 लाख 10 हजार पोलियों बूथ बनाए गए हैं। साथ ही 66 हजार टीमें गठित की गई हैं जो घर-घर जाकर पोलियो खुराक पिलाएंगी। इसके अलावा 1700 मोबाइल टीमें गठित की गयी हैं तथा 22000 सुपरवाइजर्स इस अभियान में सहयोग करेंगी।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य राज्यमंत्री ने कहा कि हम सबका यह प्रयास होना चाहिए कि एक भी बच्चा पोलियो खुराक लेने से वंचित न रह जाये। इसलिए हम सबको पोलियो के उन्मूलन में सहयोग करना चाहिए।